नेपाल में 6 लोगों को लेकर जा रहा एक हेलिकॉप्टर दुर्घटनाग्रस्त हो गया. उसका मलबा बरामद किया जा चुका है. इसमें 6 मैक्सिकन यात्री सवार थे, जिनमें से सभी 6 के शव मिल चुके हैं. पुलिस के मुताबिक हेलिकॉप्टर लिखु पीके ग्राम परिषद और दुधकुंडा नगर पालिका-2 की सीमा पर पाया गया है. इसे लामाजुरा डांडा कहा जाता है.
कोशी प्रांत पुलिस के डीआइजी राजेशनाथ बस्तोला के मुताबिक सभी शव बरामद कर लिए गए हैं. हालांकि, शवों की पहचान अभी नहीं हो पाई है. शुरुआती तौर पर ऐसा लगता है कि हेलिकॉप्टर पहाड़ी की चोटी पर किसी पेड़ से टकरा था.
हेलिकॉप्टर सोलुखुम्बु से काठमांडू जा रहा था. सूचना अधिकारी ज्ञानेंद्र भुल ने बताया हेलिकॉप्टर का सुबह कंट्रोल टावर से संपर्क टूट गया था. मनांग एयर कंपनी के हेलिकॉप्टर का कॉल साइन 9NMV था.
बताया जा रहा है कि हेलिकॉप्टर लम्जुरा पहाड़ के पास दुर्घटनाग्रस्त हुआ है. हेलिकॉप्टर ने 10.10 पर उड़ान भरी थी. यहां लुक्ला एटीसी ने उसे काठमांडू एटीसी को हैंडओवर किया था, इसके बाद से ही हेलिकॉप्टर से संपर्क टूट गया था.
हाल ही में नेपाल में एक प्लेन क्रैश हुआ था, जिसमें 70 से ज्यादा लोगों की मौत हो गई थी. जनवरी 2023 में हुए इस हादसे को नेपाल के सबसे बुरे हवाई हादसों में से एक बताया गया था.
नेपाल हादसे में हुई थी 72 लोगों की मौत
येति एयरलाइंस का यह विमान काठमांडू से पोखरा जा रहा था. इसमें चार क्रू मेंबर्स समेत 72 लोग सवार थे. विमान सेती नदी की खाई में गिर गया था. जिसमें सभी की मौत हो गई थी.
बचाव अभियान में इसलिए आई थी दिक्कत
हादसे के बाद विमान के आसपास भीषण आग लग गई थी. ऐसे में रेस्क्यू टीम को भी वहां पहुंचने में काफी दिक्कत हुई. घटनास्थल के आस पास धुएं से दृश्यता भी काफी कम हो गई थी. नेपाल सेना के प्रवक्ता ब्रिगेडियर जनरल कृष्ण प्रसाद भंडारी ने बताया था कि दुर्घटनास्थल ऊबड़-खाबड़ इलाके में था, इसलिए बचाव अभियान चुनौतीपूर्ण हो गया था.
तकनीकी खराबी की वजह से हुआ था हादसा
नेपाल की एयरपोर्ट अथॉरिटी की तरफ से कहा गया था कि विमान हादसा मौसम नहीं, बल्कि तकनीकी खराबी की वजह से हुआ था. विमान के पायलट ने एटीसी से लैंडिंग के लिए परमिशन ले ली थी. पोखरा एटीसी की ओर से लैंडिंग के लिए ओके भी कह दिया गया था. सिविल एविएशन अथॉरिटी का कहना था कि लैंडिंग से ठीक पहले विमान में आग की लपटें दिखाई दी थीं इसलिए मौसम की खराबी के कारण दुर्घटना हुई, ये बात नहीं कही जा सकती.