अंतरराष्ट्रीय जल सीमा पर मानव तस्करी के इल्जाम से बचने के लिए ऑस्ट्रेलिया की एक रेस्क्यू टीम 31 शरणार्थियों को डूबने से रोक नहीं पाए और उनकी आंखों के सामने ही सभी एजियन सागर में समा गए. शरणार्थियों से भरी नाव तुर्की की सीमा पर थी.
ऑस्ट्रेलियाई नागरिक सिमॉन लेविस ने बताया कि वह अपनी टीम के साथ अंतरराष्ट्रीय जल सीमा पर गश्त के लिए निकले थे, जब उन्होंने ग्रीक आईलैंड के पास एक शरणार्थी नौका को मुश्किल में देखा.
अंतरराष्ट्रीय सीमा बनी बाधा
करीब पहुंचने पर रेस्क्यू टीम ने देखा कि डूबती नौका तुर्की की सीमा पर थी. अंतरराष्ट्रीय सीमा होने की वजह से ऑस्ट्रेलियाई टीम तुर्की की सीमा में घुस नहीं सकती थी. ऑस्ट्रेलियाई टीम 31 लोगों से भरी नाव को डूबते हुए देखती रही.
डूबती हुई नाव से एक महिला ने अपने बच्चे को बचाने की कोशिश करते हुए उसे फेंकने की कोशिश भी की ताकि सीमा के उस पार खड़े लोग उसे बचा लें.
...तो बच सकती थी सभी की जान
रेस्क्यू टीम के प्रमुख ने कहा, 'अंतरराष्ट्रीय जल सीमा होने की वजह से हम लाचार थे और खड़े होकर उन लोगों को डूबते हुए देखते रहे.' उन्होंने कहा, अगर हम सीमा पार कर उन लोगों की मदद करने जाते दो हम पर मानव तस्करी का आरोप लग जाता. उन्होंने यह भी कहा कि दूरी कम होती तो उस मासूम बच्चे समेत 31 लोगों की जान बचाई जा सकती थी.