ब्रिटेन चुनाव प्रचार में भारतीय हथकंडे आजमा रहा है. यहां 7 मई को वोट डाले जाने हैं. इस बार बॉलीवुड की दुनिया के सितारे अभिषेक बच्चन वहां प्रचार करते नजर आ रहे हैं.
बॉलीवुड अभिनेता अभिषेक बच्चन ब्रिटेन के लीसेस्टर पहुंचे और भारतीय मूल के सांसद कीथ वाज के चुनाव प्रचार अभियान में उनका समर्थन किया. वाज को आगामी चुनावों में स्थानीय लेबर पार्टी के उम्मीदवार के रूप में आधिकारिक रूप से नामित किया गया है. बच्चन ने वाज और जनता के बीच सवाल-जवाब कार्यक्रम में हिस्सा लिया. पीपल सेंटर में आयोजित इस कार्यक्रम में लीसेस्टर के 350 से अधिक निवासी मौजूद थे.
बच्चन से उनके जीवन, करयिर और बॉलीवुड कलाकारों की फुटबॉल टीम की उनकी कप्तानी के बारे में सवाल किए गए. उन्हें लीसेस्टर सिटी की फुटबाल शर्ट भेंट की गई. वाज और बच्चन इसके बाद बेलग्रेव रोड और उपिंघम रोड पहुंचे तथा हजारों प्रशंसकों से मिले.
इस अवसर पर अभिषेक बच्चन ने कहा, ‘मैं यहां कीथ के लिए आया हूं. मैं उन्हें पिछले 25 सालों से जानता हूं. तब उनके सिर पर बाल होते थे. वह लीसेस्टर के लिए कड़ा परिश्रम करते हैं और मुझे यहां उनकी मदद करने के लिए उपस्थित होकर खुशी हो रही है. मैं जानता हूं कि वह ब्रिटेन में भारतीय समुदाय के लिए एक सच्चे नेता हैं जो भारतीय मूल के लोगों के लिए महान कार्य करते हैं. मेरे पापा ने डायबिटीज अभियान में उनके साथ काम किया था.’
गौरतलब है कि अमिताभ बच्चन वाज के डायबिटीज चैरेटी के संरक्षक भी हैं.
यूरोप में बड़ी संख्या में भारतीय समुदाय के लोग लीसेस्टर में रहते हैं. यह भारत के बाहर सबसे बड़े पैमाने पर दिपावली मनाने के लिए भी जाना जाता है. अभिषेक ने आगे कहा, ‘मैं अपने प्रशंसकों से वोट देने की अपील करता हूं. आप आएं और अपने पसंदीदा उम्मीदवार को वोट दें. हां, मेरा यकीन कीथ वाज में है.’
सबसे ज्यादा समय तक ब्रिटिश-एशियाई सांसद रहे 58 वर्षीय वाज ने कहा, ‘बॉलीवुड के महान कलाकारों में से एक का लीसेस्टर में होना हमारे लिए सम्मान की बात है. हमारा शहर खुशी से सराबोर है और अभिषेक को देखने आए हजारों प्रशंसक रोमांचित हैं.’
वाज ने कहा, ‘अभिषेक अद्भुत हैं और लोग उनसे प्यार करते हैं. वह एक घनिष्ठ मित्र हैं, और लीसेस्टर आने के लिए उनका समय निकालना सचमुच खास है. बेलग्रेव रोड और उपिंघम रोड पहुंचे हजारों लोग अभिभूत हैं. अभिषेक से मेरा सिर्फ यही आग्रह है कि वह लीसेस्टर पूर्व से संसद सदस्य के लिए खड़े न हों, नहीं तो मुझे कोई मौका नहीं मिलेगा.’