विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने कुवैत में फंसी भारतीय महिला के संबंध में 'आज तक' की खबर देखने के बाद मामले में तत्काल एक्शन लिया है. खबर सामने आने के बाद उन्होंने ट्वीट करके कहा कि कुवैत में भारतीय दूतावास महिला के संपर्क में है और उसकी हर मदद की जाएगी.
दरअसल, सनीथा नाम की ये महिला साल 2012 से कुवैत में रह रही है. मूल रूप से केरल की रहने वाली सनीथा की 12 साल की बेची ने केरल सरकार को लिखी चिट्ठी में दर्द बयां किया था और अपील की थी कि उन्हें भारत वापस लाने में मदद करे.
Our Embassy in Kuwait has got in touch with her and will provide all help. @MEAQuery @Gen_VKSingh @indembkwt https://t.co/4gp3UdbMEV
— Sushma Swaraj (@SushmaSwaraj) February 23, 2016
'दूतावास ने भी किया धोखा!'
सनीथा जहां काम करती थी, वहां उसे टॉर्चर किया जा रहा था और भारत आने से रोका जा रहा था, जिसके बाद वह उस घर से भाग निकली. उसने भारतीय दूतावास जाकर अपने सारी डॉक्यूमेंट सौंप दिए लेकिन आरोप है कि दूतावास में मिलीभगत के जरिए उसके स्पॉन्सर ने दोबारा कागजात हासिल कर लिए और उसके खिलाफ केस कर दिया.
'सनीथा ने बताई आप-बीती'
फोन पर 'आज तक' से बातचीत में सनीथा ने कुवैत में स्थित भारतीय दूतावास पर अविश्वास जताया और अधिकारियों से दया की अपील की. उसने कहा, 'मुझे टॉर्चर किया जा रहा था, मुझे वापस नहीं आने दिया गया. मैंने उनसे झूठ बोला कि मेरी बेटी का एक्सीडेंट हो गया है और जाना जरूरी है, लेकिन फिर भी नहीं जाने दिया.'
मामले को लेकर केरल के मुख्यमंत्री ओमन चांडी ने कहा कि वह सनीथा की भारत वापसी के लिए इंतजाम करेंगे.