पाकिस्तान के पूर्व पीएम इमरान खान के काफिले की गाड़ी का एक्सीडेंट हो गया. जानकारी के मुताबिक इमरान खान के काफिले में चल रही गाड़ियां आपस में टकरा गईं, तभी यह हादसा हो गया. तस्वीरें देख कर अंदाजा लगाया जा सकता है कि यह टक्कर काफी तेज थी. वीडियो देख कर साफ पता चल रहा है कि काफिले की दो गाड़ियां आपस में टकराईं जिनमें से एक गाड़ी पूरी तरह से पलट गई.
बता दें कि यह हादसा उस वक्त हुआ जब पूर्व पीएम इमरान खान तोशाखाना मामले में पेश होने के लिए लाहौर से इस्लामाबाद जा रहे थे. हालांकि पूर्व पीएम इमरान खान हादसे वाली दोनों ही गाड़ियों में से किसी में नहीं थे.
पेशी के लिए जा रहे हैं पूर्व पीएम
इमरान खान की गिरफ्तारी की कोशिश में जुटी पुलिस
पिछले कुछ दिनों से पुलिस लगातार इमरान खान को गिरफ्तार करने की कोशिश में जुटी है, लेकिन इमरान खान फरार हो जाते हैं. इस मामले में पाकिस्तान के मंत्री सनाउल्लाह ने कहा कि इमरान ने गिरफ्तारी से बचने के लिए एक हथकंडा अपनाया था. पाकिस्तान के आंतरिक मंत्री राणा सनाउल्लाह ने कहा कि इमरान गिरफ्तारी से बचने के लिए पड़ोसी के घर में कूद गए थे. हालांकि बीते दिन इमरान खान को कोर्ट ने 29 मार्च तक प्रोटेक्टिव जमानत दे दी थी.
क्या है तोशाखाना मामला?
गौरतलब है कि इमरान खान पर इन दिनों तोशाखाना मामले की वजह से संकट के बादल छाए हुए हैं. इमरान खान पर तोहफों में धांधली का आरोप लगा है. साल 2018 में देश के पीएम के तौर पर उन्हें यूरोप और खासकर अरब देशों की यात्रा के दौरान बहुत से कीमती तोहफे मिले थे. कथित तौर पर बहुत से गिफ्ट्स को इमरान ने डिक्लेयर ही नहीं किया, जबकि कई तोहफों को असल के काफी कम कीमत पर खरीद लिया और बाहर जाकर बड़ी कीमत पर बेच दिया.
इमरान ने जताया गिरफ्तारी का डर
इस्लामाबाद जाते हुए इमरान खान ने एक वीडियो भी जारी किया है. इस वीडियो में इमरान खान कह रहे हैं कि मेरे इस्लामाबाद पहुंचने पर वे मुझे गिरफ्तार कर लेंगे. इमरान ने कहा कि मेरी गिरफ्तारी 'लंदन प्लान' का हिस्सा है. मेरी गिरफ्तारी नवाज शरीफ के कहने पर हो रही है.
'लंदन प्लान के तहत होगी गिरफ्तारी'
उन्होंने कहा, मैं पहले भी इस्लामाबाद की अदालत में पेश होने जा रहा था. तब पंजाब पुलिस ने जमान पार्क में मेरे घर पर हमला किया, जहां बुशरा बेगम अकेली थीं. ये किस कानून के तहत कर रहे हैं? यह लंदन योजना का हिस्सा है, जहां भगोड़े नवाज शरीफ को एक नियुक्ति पर सहमत होने के एवज में सत्ता में लाने की प्रतिबद्धता जताई गई थी.
मीडिया ने कवरेज से किया इनकार
इस बीच पाकिस्तान में इलेक्ट्रोनिक मीडिया रेगुलेटरी अथॉरिटी ने कोर्ट परिसर में इस केस की कवरेज करने से मना कर दिया है.अथॉरिटी का कहना है कि इस्लामाबाद में इमरान खान को गिरफ्तार करने की कोशिश हो रही है, जबकि उन्हें सभी मामलों में जमानत मिल चुकी है. अथॉरिटी ने सवाल खड़े किए कि क्या हमारे पाकिस्तान में लोकतंत्र पूरी तरह से खत्म हो गया है?