यहूदियों से लेकर दिव्यांग बच्चों और LGBTQ पर कत्लेआम मचाने वाले हिटलर के बारे में कई कहानियां मिलती हैं. कहीं दावा है कि इंसानों को पलभर में क्रूर मौत देने वाले इस तानाशाह का दिल जानवरों के लिए मोम था, तो कहीं उसकी कला पर बात होती है. लेकिन हिटलर की निजी जिंदगी, खासतौर पर उस युवती की कहीं भी ज्यादा बात नहीं होती, जिसके साथ हिटलर का सबसे लंबा प्रेम संबंध रहा. इवा ब्राउन इस तानाशाह की प्रेमिका भी थी, और एक दिन के लिए पत्नी भी, जिसके बाद बर्लिन के बंकर में दोनों ने आत्महत्या कर डाली.
दोनों की मुलाकात हुई, तब इवा 17 साल की थी, और हिटलर 40 साल का. हिटलर जर्मनी के सबसे ताकतवर शख्स के तौर पर उभर चुका था, जबकि किशोरी इवा एक मामूली फोटो स्टूडियो में नौकरी किया करती. काफी बाद में हिटलर ने इस लड़की का जिक्र करते हुए कहा कि लड़कियां दो तरह की होती हैं- एक जिससे आप शादी कर सकें और दूसरी जिसके साथ आप मर सकें.
स्टूडियो में हुई साधारण मुलाकात के बाद हिटलर इवा पर ध्यान तो देने लगा लेकिन किसी को अंदाजा नहीं था कि ये सामान्य आकर्षण से ज्यादा कुछ होगा. हिटलर तब भी कई महिलाओं के साथ रिश्ते में था. यहां तक कि कथित तौर पर वो अपनी भतीजी के साथ भी जबरन संबंध रखे हुए था. सालों तक इवा उन तमाम स्त्रियों में शामिल रही, जिन्हें हिटलर डेट कर रहा था.
इवा की डायरी दोनों के प्रेम संबंधों का अहम दस्तावेज रही. इवा ने अपने 23वें जन्मदिन पर कुछ गुस्से से लिखा था कि नाजी तानाशाह को सबकुछ याद रहता है, सिवाय जरूरी तारीखों के. हिटलर ने उसके लिए तोहफा नहीं खरीदा, इस बात का जिक्र भी प्रेमिका ने किया था.
जर्मनी का सबसे ताकतवर आदमी क्योंकर अपने प्रेम संबंध को गोपनीय रखे हुए था, इसपर भी जर्मन विश्लेषक राय रखते हैं. तानाशाह ने अपनी इमेज ऐसी बनाई थी कि वो देश को मजबूत बनाने के लिए सबकुछ कुर्बान कर चुका है, यहां तक कि अपनी निजी जिंदगी भी. ऐसे में प्रेमिका या कई प्रेमिकाओं की बात इस छवि को तोड़ सकती थी. यही वजह थी कि हिलटर अपने प्रेम संबंधों और यौन जरूरतों को लेकर खासा सीक्रेटिव रहा. यही वजह है कि कई बार दोनों के बीच ठंडापन पसर जाता.
इसी बात को लेकर परेशान युवती ने 28 मई, 1935 को आत्महत्या तक की बात सोच ली. उसने लिखा- अगर उसने मेरे खत का जवाब नहीं दिया तो आज रात मैं नींद की 25 गोलियां खाकर सो जाऊंगी. डियर गॉड, कृपया आज मेरी उससे बात करवा दो. कल तक काफी देर हो जाएगी. इसी दौरान हिटलर की सौतेली भतीजी गेली राउबल ने भी अपने अपार्टमेंट में आत्महत्या कर ली थी. इसके बाद हिटलर और इवा पहले से ज्यादा करीब आ गए. इवा म्यूनिख छोड़कर हिटलर के घर पर बर्लिन में रहने लगी.
जिस दौर में जर्मनी की बड़ी आबादी और महिलाएं हिटलर की सपोर्टर थीं, उस समय हिलटर की ये प्रेमिका नाजी पार्टी से खुद को दूर रखे हुए थी. वो काफी समय स्विमिंग और स्कीइंग में बिताती. और बाकी का वक्त खुद को हिटलर की पत्नी की तरह पेश करने में. वो पार्टियां आयोजित करती, जिसमें नाजी पार्टी में अंदरुनी सर्कल के सारे लोग खाने पर बुलाए जाते.
खानपान पर लिखने वाली लौरा शापिरो ने अपनी किताब वॉट शी एट में इवा और हिटलर के रिश्तों पर बात की थी. वे लिखती हैं कि जर्मनी को रीशेप करने में जुटा हिटलर खानपान में काफी लापरवाह था. यही बात युवा फोटोग्राफर इवा को उसके करीब लाती गई. किताब में इवा की पुरानी चिट्ठियों का हवाला है. स्टूडियो में मीट लोफ और शराब परोसते हुए इवा ने जर्मन में कहा था- गुटेन एपेटिट यानी खराब खाना! इसके बाद हिटलर चला गया लेकिन कहीं न कहीं दोनों की मुलाकात का इत्तेफाक बनता रहा.
हिटलर अपनी निजी जिंदगी को लेकर काफी खुफिया तरीके रखता. वो नहीं चाहता था कि उसके और इवा के रिश्तों के बारे में जर्मनी के आम लोगों को पता लगे, जो उसकी लगभग पूजा करते थे. ये बात इवा को अखरती भी थी और इसी परेशानी में एक बार उसने खुदकुशी की भी कोशिश कर डाली. इसके बाद हिटलर और इवा साथ-साथ रहने लगे, लेकिन सिर्फ घरेलू आयोजनों में. तानाशाह के करीबी रह चुके आर्किटेक्ट अल्बर्ट स्पीयर ने अपनी किताब इनसाइड द थर्ड राइश में ऐसे घरेलू मौकों की बात की है.
इस दौरान हिटलर की प्रेमिका इवा किसी गृहणी की तरह यहां से वहां घूमतीं. तरह-तरह की चीजें परोसी जाती थीं. साथ में शैंपेन भी हुआ करती. हिलटर काफी इंतजार के बाद पहुंचता और आते ही लोगों से उनके घर-परिवार की खैरियत जानता. इसके बाद खाने की टेबल पर जाता, जहां इवा हमेशा उसकी बगल में बैठती. टेबल पर कत्लेआम की नहीं, बल्कि थिएटर और ओपेरा की बात होती, जिसे आमतौर पर इवा ही लीड करती थी. ये सबकुछ वो हिटलर की प्रेमिका की हैसियत से करती.
इस बारे में कहीं जिक्र नहीं मिलता कि खाने की टेबल पर मेहमानों से और-और खाने का इसरार करती इस युवती को गैस चैंबर के बारे में कितना पता था, लेकिन अंदाजा लगाया जाता है कि वो सबकुछ जानते हुए भी दुनिया के सबसे ताकतवर आदमी की प्रेमिका होने का मोह नहीं छोड़ सकी. किताब दावा करती है कि इवा रात-दिन नशे में रहती थी ताकि वो आसपास जा रही जानों को भूल सके.
साल 1945 की 29 अप्रैल को हिटलर और इवा ने शादी की. तब वे हिटलर के अंडरग्राउंड बंकर में थे. रूसी सेनाएं बर्लिन पर हमला कर चुकी थीं और हिलटर जानता था कि अब मौत करीब है. शादी के रोज इवा ने हिटलर की पसंदीदा ड्रेस पहनी, ब्लैक ड्रेस, जिसके गले पर गुलाब कढ़े थे. अगले दिन इसी ड्रेस को पहने हुए इवा ने जहर खा लिया, जबकि हिटलर ने जहर खाने के बाद खुद को शूट भी कर लिया ताकि बचने की कोई गुंजाइश न रहे.