तालिबान और अफगान के बीच भीषण संघर्ष छिड़ा हुआ है. अफगानिस्तान लगातार पाकिस्तान पर आरोप लगाता रहा है कि तालिबान को पाकिस्तान की मदद मिल रही है. बिना पड़ोसी मुल्क पकिस्तान की मदद के तालिबान अफगानिस्तान सरकार के विरुद्ध इतनी लंबी लड़ाई नहीं छेड़ सकता.
इसी बीच अब खबर आ रही है कि पाकिस्तान में अफगानी दूत की बेटी का अपरहण कर लिया गया है. हालांकि खबर ये भी है कि अफगानी दूत की बेटी अब वापस घर पहुंच गई है लेकिन उन्हें चोट भी लगी है.
अफगानिस्तान सरकार के विदेश मंत्रालय ने एक पत्र जारी करते हुए कहा है कि ''16 जुलाई को अफगानी राजदूत की बेटी सिलसिला अलीखिल (Silsila Alikhil) जब अपने घर की तरफ आ रही थीं तभी कुछ अज्ञात लोगों ने उन्हें कुछ घंटे के लिए किडनेप कर लिया और टार्चर किया. अपरहरणकर्ताओं से छूटने के बाद वे मेडिकल केयर के लिए अस्पताल में भर्ती हैं.
अफगान सरकार के विदेश मंत्रालय ने आगे कहा कि हम पाकिस्तान में अपने डिप्लोमेट्स, उनके परिवारों, बच्चों और स्टाफ की सुरक्षा को लेकर चिंतित हैं. पाकिस्तान सरकार से अपील है कि जल्द से जल्द अपराधियों को पकड़े और कड़ा एक्शन ले.
पाकिस्तानी संसद में तालिबान के खिलाफ बोलने वाले सांसद का माइक बंद, इमरान सरकार पर उठे सवाल
बता दें कि पाकिस्तान के एक सांसद ने भी पाक सरकार पर सवाल उठाए हैं और तालिबान के साथ रिश्तों पर पाक सरकार को घेरा है. लेकिन जैसे ही उन्होंने पाक संसद में तालिबान के खिलाफ बोलना शुरू किया उनका माइक बंद कर दिया गया.
पाक सांसद मोहसिन दवार ने पाकिस्तानी संसद में कहा ''कई दिनों से ये बहस हो रही है कि अफगानिस्तान में जो हालत है वो खतरनाक हैं. वहां पर जो परिस्थतियां बन रही हैं, जाहिर है उसका असर पाकिस्तान में भी हो रहा है और आगे भी होगा. हम देख रहे हैं कि तालिबान द्वारा क्वेटा और पेशावर में भी रैलियां हो रही हैं. कल रात को अफगानिस्तान ने पाकिस्तानी एयरफ़ोर्स पर कुछ संगीन आरोप लगाए हैं , होना ये चाहिए थे कि उसका उच्च स्तर पर जवाब दिया जाना चाहिए था.''
इससे पहले अफगानी सांसद मरियम सोलेमानखिलि ने भी पाकिस्तान पर आरोप लगाया है कि पाकिस्तान घायल तालिबानी विद्रोहियों को अपने अस्पतालों में इलाज मुहैया करा रहा है. आरोप लगाया है कि तालिबान-अफगान हिंसा के दौरान घायल हुए कई तालिबान आतंकियों का इलाज पाकिस्तान में किया जा रहा है.