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पाकिस्तान: जीवन बीमा करवा अमेरिका से लड़ रहा था तालिबानी आतंकी, मारा गया तो खुला राज

तालिबानी आतंकी मुल्ला अख्तर ने कराची में 32 मिलियन यानी की 3 करोड़ 20 लाख की लागत से 5 जायदाद खरीद रखी थी. इसी जांच में पता चला है कि मुल्ला अख्तर मंसूर ने एक निजी जीवन बीमा कंपनी से नकली पहचान पत्र के जरिए एक पॉलिसी खरीदी थी. उसने इसके लिए 3 लाख रुपये भी भुगतान किए थे.

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अफगान तालिबान का सरगना आतंकी मुल्ला अख्तर मंसूर (फाइल फोटो)
अफगान तालिबान का सरगना आतंकी मुल्ला अख्तर मंसूर (फाइल फोटो)
स्टोरी हाइलाइट्स
  • अफगान तालिबान के चीफ ने खरीदा था जीवन बीमा
  • अमेरिका के ड्रोन हमले में मारा गया था आतंकी मंसूर
  • आतंकी गतिविधियों के लिए नाम बदलकर करता था निवेश

अफगान तालिबान का सरगना रहा आतंकी मुल्ला अख्तर मंसूर ने फर्जी नाम से जीवन बीमा पॉलिसी खरीद रखी थी. इस बीमा के एवज में मुल्ला अख्तर ने 3 लाख रुपये प्रीमियम का भुगतान किया था. जब तक कि ये जीवन बीमा पॉलिसी मैच्योर होती और इसका फायदा आतंकी मुल्ला अख्तर उठाता उससे पहले ही अमेरिका के ड्रोन हमले में उसकी मौत हो गई. 

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अमेरिका के ड्रोन हमले में मारा गया

तालिबान के कुख्यात आतंकी मुल्ला मोहम्मद उमर की 2013 में मौत के बाद जुलाई 2015 में मुल्ला अख्तर मंसूर अफगान तालिबान का चीफ बना था. 21 मई 2016 पाकिस्तान-ईरान बॉर्डर के पास अमेरिका के ड्रोन हमले में आतंकी मुल्ला अख्तर मंसूर मारा गया था. 

मुल्ला अख्तर मंसूर के जीवन बीमा पॉलिसी खरीदने की बात दुनिया के सामने तब आई जब कराची में आतंक निरोधी एक कोर्ट में मुल्ला अख्तर मंसूर के खिलाफ दर्ज एक मामले की सुनवाई हो रही थी. डॉन न्यूज के मुताबिक शनिवार को इस मामले की सुनवाई हो रही थी. मुल्ला अख्तर मंसूर खिलाफ पाकिस्तान की संघीय जांच एजेंसी ने पिछले साल मुकदमा दर्ज किया था. 

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नकली पहचान से संपत्ति खरीदी

जांच के दौरान पता चला कि मुल्ला अख्तर और उसके सहयोगी आतंकी गतिविधियों के लिए संपत्ति खरीदते और फिर इसे ऊंचे दामों पर बेच कर मुनाफा कमाते थे. इसके लिए ये लोग नकली पहचान का इस्तेमाल करते थे. 

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जीवन बीमा लिया, 3 लाख प्रीमियम भी भरा

मुल्ला अख्तर ने कराची में 32 मिलियन यानी की 3 करोड़ 20 लाख की लागत से 5 जायदाद खरीद रखी थी. इसी जांच में पता चला है कि मुल्ला अख्तर मंसूर ने एक निजी जीवन बीमा कंपनी से नकली पहचान पत्र के जरिए एक पॉलिसी खरीदी थी. उसने इसके लिए 3 लाख रुपये भी भुगतान किए थे. 

शनिवार को अदालत के निर्देश पर बीमा कंपनी ने इस प्रीमियम की राशि सूद समेत वापस की है. इस रकम को पाकिस्तान के सरकारी खजाने में जमा किया जा रहा है. अदालत ने दो निजी बैंकों से आतंकी मुल्ला अख्तर द्वारा संचालित दो खातों की जानकारी मांगी है.  

 

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