वह लड़के के रूप में पैदा हुआ. पढ़ाई की, दोस्त बनाएं. देश की सेवा के लिए ब्रिटिश सेना का अधिकारी बना. लेकिन 27 साल की उम्र में उसने कुछ ऐसा ठाना जो चौंकाने वाला है. उसने सेक्स चेंज करवाने का निर्णय किया, ऑपरेशन करवाया और बन गई हन्नाह विंटरबर्न. हन्नाह ब्रिटिश सेना की पहली ट्रांसजेंडर अधिकारी है.
हन्नाह ने अपना सेक्स चेंज करवाया, लेकिन अफसोस अपना नाम नहीं बदल सकती है. वजह यह कि यह उसकी पोट का लेबल है. हन्नाह विंटरबर्न बताती है कि जैसे जैसे वह बड़ी हुई, उसे अहसास हुआ कि असल में वह एक महिला है, लेकिन कुदरत ने उसके साथ धोखा किया है. तबाही के अहसास ने उसे झकझोर कर रख दिया और आखिरकार ऑपरेशन के जरिए उसने वह पाने की चाह की, जो वह बनना चाहती है या यह कहें कि जो असल में वह खुद को समझती है.
अपने शरीर और सोच में फर्क के बारे में हन्नाह ने अपने परिवार और रिश्तेदारों से बात की. उन्हें खूब समझाया भी, लेकिन सभी ने उससे कहा कि वह सेक्स चेंज करवाने के बाद एक आम जीवन नहीं जी पाएगी. जबकि हन्नाह अब खुश है. वह एक स्वतंत्र महिला बनकर घूमती है और उसे खुद पर गर्व है.