पूरे अफगानिस्तान (Afghanistan) पर देखते ही देखते तालिबान (Taliban) का कब्जा हो गया है. अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने जब ऐलान किया था कि अमेरिकी सेना अफगानिस्तान छोड़ देगी, उसी के बाद से तालिबान का वर्चस्व बढ़ गया था और अब पूरा अफगानिस्तान उसके कब्जे में है.
एक तरफ जहां अफगानिस्तान में हालात खराब हैं, तो वहीं अमेरिका के वाशिंगटन में रहने वाले अफगानी लोगों ने व्हाइट हाउस के बाहर विरोध प्रदर्शन किया.
व्हाइट हाउस के बाहर सोमवार को अफगानी नागरिक जुटे और बाइडेन प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी की. लोगों ने नारे लगाए कि अफगानिस्तान की स्थिति के लिए बाइडेन जिम्मेदार हैं. प्रदर्शनकारियों ने यहां कहा कि 20 साल के बाद हम एक बार फिर 2000 वाली स्थिति में आ गए हैं.
After 20 years, we are back in the 2000s. We want peace... If the Taliban takes over, there will be thousands of other Osama Bin Ladens, thousands of Mullah Omars... & they will unite with Pakistan, and go all over Central Asia: Hamdarf Gafoori, former Afghan journalist pic.twitter.com/QHE9oNHsc5
— ANI (@ANI) August 16, 2021
एक प्रदर्शनकारी ने कहा कि हम शांति चाहते हैं, अगर तालिबान टेकओवर करता है तो हजारों ओसामा बिन लादेन पैदा होंगे. तालिबानी लोग पाकिस्तान के साथ मिल जाएंगे और तबाही मचाएंगे. एक महिला प्रदर्शनकारी ने कहा कि तालिबानी लोग महिलाओं को निशाना बना रहे हैं, हर कोई निशाने पर है.
आपको बता दें कि अमेरिका ने ऐलान किया था कि 11 सितंबर तक अमेरिकी सेना अफगानिस्तान छोड़ देगी. करीब 90 फीसदी से अधिक अमेरिकी सैनिक अफगानिस्तान छोड़ चुके हैं, यही कारण रहा कि तालिबानी लड़ाकों के लिए अफगानी सेना को हराने में कोई दिक्कत नहीं हुई.
अब जब तालिबान पूरी तरह कब्जा कर चुका है, तब अमेरिका ने अपने राजनयिकों को निकालने, लोगों को निकालने के लिए हेलिकॉप्टर, विशेष विमान का प्रबंध किया है. काबुल एयरपोर्ट पर भी करीब 6000 अमेरिकी जवान तैनात हैं, जो अपने नागरिकों को निकालने आए हैं.