तालिबान (Taliban) ने अफगानिस्तान के पंजशीर क्षेत्र पर भी कब्जे का दावा कर किया है. पंजशीर (Panjshir) के गवर्नर हाउस पर तालिबान ने अपना झंडा लहरा दिया है. यही आखिरी इलाका था जहां अबतक तालिबान पहुंच नहीं पाया था. लेकिन नॉर्दर्न एलायंस की ओर से तालिबान के इस दावे को गलत बताया गया है.
खुद को अफगानिस्तान का कार्यकारी राष्ट्रपति घोषित कर चुके अमरुल्ला सालेह के करीबी के मुताबिक, तालिबान का दावा पूरी तरह गलत है. नॉर्दर्न एलायंस के लड़ाके अभी भी पहाड़ी इलाकों पर हैं और तालिबान का मुकाबला कर रहे हैं.
अमरुल्ला सालेह की लोकेशन के बारे में सहयोगी ने कहा कि वह अभी सुरक्षित जगह पर हैं, किसी को छोड़कर कहीं नहीं गए हैं. तालिबान के खिलाफ जारी लड़ाई की अगुवाई कर रहे हैं. नॉर्दर्न एलायंस के मुताबिक, तालिबान इस वक्त पाकिस्तान की मदद से पंजशीर में घुसने में जुटा है.
2nd Resistance Front denied the Taliban's claim of control of the province.
— Aśvaka - آسواکا News Agency (@AsvakaNews) September 6, 2021
Ali Maysam Nazari, a spokesman for the RF, tweeted that Panjshir had not fallen to the Taliban & that their forces r fighting Taliban in various parts of Panjshir https://t.co/rTTzcm0ctt
वहीं, नॉर्दर्न एलायंस के प्रमुख अहमद मसूद को लेकर दावा किया गया है कि वह पिछले तीन दिनों से ताजिकिस्तान में हैं. और उनकी अगुवाई में ही तालिबान के खिलाफ नॉर्दर्न एलायंस लड़ाई लड़ रहा है.
पंजशीर को लेकर तालिबान ने किया दावा
तालिबान ने सोमवार को पंजशीर पर कब्जे का दावा किया, तो नेशनल रेजिस्टेंस फ्रंट ऑफ अफगानिस्तान ने उसे नकारने का काम किया. NRF के मुताबिक, हमारे लड़ाके अलग-अलग जगहों पर तैनात हैं और जंग को लड़ रहे हैं.
इससे पहले NRF ने तालिबान के सामने बातचीत की पेशकश रखी थी. अपने बयान में कहा था कि तालिबान को तुरंत हमले बंद करने चाहिए और बातचीत कर मसले को हल करना चाहिए. हालांकि, तालिबान ने इस प्रस्ताव को नकार दिया और बातचीत से मना किया.
गौरतलब है कि पिछले एक हफ्ते में तालिबान-नॉर्दर्न एलायंस के बीच जंग तेज़ हुई है. हाल ही के दिनों में दोनों गुटों के कई लोगों के मारे जाने की खबर आई थी. इसी वजह से पंजशीर की लड़ाई पिछले दो-तीन दिनों में इस तरह निर्णायक मोड़ पर पहुंच गई.