पंजशीर (Panjshir Valley) में तालिबान भले ही कब्जे का दावा कर रहा हो, लेकिन जंग अभी खत्म नहीं हुई है. पंजशीर घाटी में अब कुछ अज्ञात सैन्य विमानों द्वारा हमले की खबर है. ये हमले वहां तालिबान के ठिकानों को निशाना बनाकर किए गए हैं.
इससे पहले तालिबान के लड़ाके सोमवार को पंजशीर में घुसे गए थे. वहां तालिबान ने अपना झंडा भी फहराया था. इसके साथ-साथ तालिबान के लड़ाके पंजशीर में गवर्नर ऑफिस के बाहर खड़े होकर तस्वीर भी खिंचवाते दिखे थे.
नॉर्दन अलायंस ने नहीं मानी है हार
बता दें कि पंजशीर अफगानिस्तान का आखिरी प्रांत है जिसपर तालिबान का अभी पूरी तरह से कब्जा नहीं कहा जा सकता. हालांकि, तालिबान के प्रवक्ता जबीहुल्ला मुजाहिद ने सोमवार को दावा किया था कि पंजशीर अब तालिबान लड़ाकों के नियंत्रण में है. कुछ चश्मदीदों ने भी माना था कि हजारों तालिबान लड़ाकों ने रातों-रात पंजशीर के आठ जिलों पर कब्जा कर लिया था.
पंजशीर में नॉर्दन अलायंस नाम का संगठन तालिबान से लोहा ले रहा है. पंजशीर की पहाड़ियों पर मौजूद नॉर्दन अलायंस के लड़ाके गोरिल्ला युद्ध के जरिए तालिबान को चुनौती दे रहे हैं. फिलहाल उन्होंने हार नहीं मानी है. नॉर्दन अलायंस का नेतृत्व अफगानिस्तान के पूर्व उपराष्ट्रपति अमरुल्ला सालेह और तालिबान विरोधी अहमद शाह मसूद के बेटे कर अहमद मसूद कर रहे हैं.
पंजशीर पर तालिबान के कब्जे के दावे पर अहमद मसूद का बयान भी आया था. उन्होंने कहा था कि नॉर्दन अलायंस खून की आखिरी बूंद तक लड़ता रहेगा.
सरकार बनाने की तैयारी में तालिबान
पंजशीर पर कब्जे की कोशिशों के साथ-साथ तालिबान अफगानिस्तान में अपनी सरकार बनाने की कोशिशों में भी जुटा हुआ है. इसी हफ्ते वहां सरकार का गठन हो सकता है. तालिबान के नेता अहमदुल्ला मुत्तक़ी का मंगलवार को बयान आया है कि तालिबान सरकार के गठन के संबंध में ऐलान जल्द होगा, इसकी तैयारी पूरी कर ली गई हैं.