अफगानिस्तान में अपनी सरकार बना चुका तालिबान अब वहां के सेंट्रल बैंक पर भी अपना कब्जा जमा चुका है. कुछ दिन पहले ही उसने हाजी इदरिस को अफगानिस्तान सेंट्रल बैंक का हैड बनाया है. अब उस औपचारिकता के कुछ दिन बाद ही तालिबान शासित सेंट्रल बैंक ने बड़ी जानकारी दी है.
कहा गया है कि सेंट्रल बैंक को अफगानिस्तान में कई पूर्व अधिकारियों के घर से भारी मात्रा में कैश मिला है. ये आकंड़ा 12,368,246 डॉलर के करीब बताया गया है. तालिबान ने कहा है कि अब इस पैसे को आज सेंट्रल बैंक को लौटा दिया गया है. अभी तक ये साफ नहीं हो पाया है कि सेंट्रल बैंक की तरफ से कब और क्यों पूर्व अधिकारियों के घर पर कार्रवाई की गई. लेकिन भारी मात्रा में कैश मिला है, ये बात सेंट्रल बैंक ने स्वीकार कर ली है.
जानकारी के लिए बता दें कि अभी तालिबान ने अफगानिस्तान में अपनी सरकार जरूर बना ली है, लेकिन वहां की अर्थव्यवस्था लगातार बदतर हालात में जाती जा रही है. एक तरफ लोगों के खाने के लाले पड़ रहे हैं तो वहीं दूसरी तरफ उनके देश की मुद्रा भी लगातार कमजोर होती जा रही है. अफगानिस्तान में बनी ये तालिबानी सरकार अभी विदेशी फंडों पर पूरी तरह निर्भर दिखाई दे रही है. एक तरफ उसे चीन से बड़े निवेश की उम्मीद है तो वहीं दूसरी तरफ अमेरिका भी मदद का हाथ बढ़ा सकता है.
हाल ही में ऐसी भी खबर आई थी जहां पर सेंट्रल बैंक ने गनी सरकार के पूर्व अधिकारियों के अकाउंट को फ्रीज करने का फरमान सुना दिया था. इसके अलावा आम अफगानों से भी अपील की गई थी कि वे अब देश की लोकल मुद्रा का ही इस्तेमाल करें.
अमरुल्लाह सालेह ने साधा निशाना
वैसे सेंट्रल बैंक का गर्वनर बन हाजी इदरिस जरूर सक्रिय हो गया है लेकिन अमरुल्लाह सालेह ने उसे मनी लॉन्ड्रिंग मामले में एक आरोपी बता दिया है. कहा गया है कि ये शख्स अलकायदा और तालिबान के बीच पैसों की लेन-देन करवाता था. लेकिन अब इसे सेंट्रल बैंक की जिम्मेदारी देकर काबुल को बर्बाद कर दिया गया है.