अफगानिस्तान में तालिबान की सरकार लगातार ऐसे फैसले ले रही है जो ना सिर्फ महिलाओं को सख्त पाबंदियों की ओर खींच रहे हैं, बल्कि कई मौकों पर उन्हें उनके अधिकारों से भी वंचित रखा जा रहा है. अब ताजा मामला तालिबान के नए फरमान को लेकर है जहां पर साफ कर दिया गया है कि अब अम्यूज्मेंट पार्क में महिला और पुरुष साथ नहीं जा पाएंगे.
नए आदेश के मुताबिक दोनों पुरुष और महिला अलग-अलग दिन अम्यूज्मेंट पार्क का लुत्फ उठा पाएंगे. एक तरफ पुरुषों के लिए बुधवार से शनिवार तक अम्यूज्मेंट पार्क खोला जाएगा तो वहीं दूसरी तरफ महिलाओं के लिए शनिवार से मंगलवार तक ये खुलने जा रहा है. ऐसे में एक बार फिर लिंग के आधार पर तालिबान ने समाज में बड़ा बंटवारा कर दिया है.
इससे पहले तालिबान ने और ऐसा ही विवादित आदेश जारी कर दिया था. कहा गया कि प्लेन में कोई भी महिला अकेले ट्रैवल नहीं कर सकती है. उसके साथ किसी पुरुष रिश्तेदार का होना जरूरी है. इसके अलावा पुरुषों के लिए भी कई ऐसी पाबंदियां लगाई गई हैं जिस वजह से लोगों की नौकरी पर बात बन आई है.
एक और आदेश में तालिबान ने कहा है कि नौकरी के दौरान पुरुषों को अपनी दाढ़ी बढ़ाकर रखनी होगी. ढीले कुर्ते पहनने होंगे और सिर पर सफेद टोपी या फिर पगड़ी रखनी होगी. अगर इस नियम का पालन नहीं किया गया तो उस शख्स को नौकरी करने की मंजूरी नहीं रहेगी. इस सब के अलावा लड़कियों की शिक्षा पर तालिबान ने सबसे बड़ा यू टर्न लिया है. सरकार गठन से पहले उसकी तरफ से लगातार दावा किया गया था कि ये बदला हुआ तालिबान है और सभी को समान अवसर दिया जाएगा. लेकिन सरकार बनाने के बाद तालिबान ने फिर सबसे ज्यादा महिलाओं संग भेदभाव किया. छठी क्लास के बाद उनकी पढ़ाई पर भी रोक लगा दी गई. छात्राओं ने सड़क पर प्रदर्शन जरूर किया, अपने हक के लिए आवाज भी उठाई, लेकिन तालिबान ने उन मांगों पर कोई प्रतिक्रिया नहीं दी.