(Afghanistan) की राजधानी काबुल (Kabul) भी अफगान सरकार के हाथ से निकलकर तालिबान (Taliban) के हाथ में जाते दिख रही है. तालिबानियों (Talibanis) ने काबुल को चारों ओर से घेर लिया है. इस बीच तालिबान ने एक बयान जारी कर कहा है कि उसके लड़ाके काबुल के बाहर ही खड़े हैं और शांति से राजधानी में घुसने के लिए बातचीत जारी है. तालिबान का ये भी कहना है कि वो किसी भी नागरिक या सेना पर कोई कार्रवाई नहीं करेगा.
अफगानिस्तान के तीन अधिकारियों ने न्यूज एजेंसी एपी को बताया कि तालिबान काबुल के बाहरी इलाकों में पहुंच चुका है. तालिबान ने काबुल से सटे कालाकान, कराबाग और पाघमान पहुंच गए हैं. इसके बाद से ही काबुल में अफरातफरी भी मचने लगी है. सरकार ने अपने सभी कर्मचारियों को तुरंत घर भेज दिया है.
तालिबान ने कहा- हमने सबको माफ किया
इसके बाद तालिबान ने एक बयान जारी कर कहा कि वो जबरदस्ती काबुल में नहीं घुसेगा. शांति से प्रवेश के लिए बातचीत जारी है. तालिबान ने ये भी वादा किया कि वो किसी भी नागरिक या सेना के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं करेगा. तालिबान के मुताबिक, अब पूरे देश पर उसका कब्जा हो गया है.
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तालिबान ने कहा, क्योंकि राजधानी काबुल बड़ी और घनी आबादी वाली है, इसलिए वो यहां जबरदस्ती नहीं घुसना चाहते, बल्कि शांतिपूर्ण तरीके से प्रवेश करना चाहते हैं. उसने कहा कि बातचीत चल रही है और जब तक बात चल रही है, तब तक किसी भी व्यक्ति या उसकी संपत्ति को नुकसान नहीं पहुंचाया जाना चाहिए और लोगों के जान को खतरे में नहीं डाला जाना चाहिए.
तालिबान ने आगे कहा, हमारा इरादा किसी से बदला लेने का नहीं है. काबुल में सरकारी नौकरी करने वाले कर्मचारी और सेना के लोगों को हमने माफ कर दिया है और सभी सुरक्षित हैं. किसी के खिलाफ कोई जवाबी कार्रवाई नहीं की जाएगी. सब अपने ही देश में हैं.
बयान में आगे कहा गया है कि सभी लोग घर पर ही रहें और देश छोड़ने की कोशिश न करें. तालिबान ने कहा कि हम चाहते हैं कि सभी अफगानी खुद को भविष्य की इस्लामी व्यवस्था में एक जिम्मेदार सरकार को देखें.
शांति से ही सुलझेगा मसला!
इस बीच अफगानिस्तान के आंतरिक मंत्री अब्दुल सत्ता मिर्जकवाल का कहना है कि काबुल पर हमला नहीं होगा और सत्ता का हस्तांतरण शांतिपूर्ण तरीके से होगा. उन्होंने कहा कि काबुल की सुरक्षा की जिम्मेदारी सुरक्षाबलों की है. तालिबान के काबुल के घेरने के बाद अब इस बात की आशंका भी बढ़ गई है कि अगले 24 घंटों में अफगानी राष्ट्रपति अशरफ गनी (Ashraf Ghani) इस्तीफा दे सकते हैं.