पहले गाजा और अब बेरूत. इजरायल ने लेबनान पर बमों की बारिश कर दी है. बेरूत समेत तमाम लेबनानी शहरों में इजरायल तीन चार दिन से हमले कर रहा है. पेजर हमलों के बाद ये नई तबाही लेबनान पर भारी पड रही है. इस बीच इस बडे वार जोन मे आज तक संवाददाता अशरफ वानी पहुंचे है.आजतक आपको बेरूत से लगातार अपडेट्स दे रहा है.
इजरायली हमलों के बाद लेबनान जाने वाली लगभग सारी उड़ानें रद्द कर दी गई हैं. इजरायली हमले और हिजबुल्लाह की जवाबी कार्रवाई के बीच कोई भी एयरलाइंस कंपनी बेरूत जाने का जोखिम नहीं उठा रही है.
आर-पार के मूड में है इजरायल
दरअसल इस जंग के तमाम पहलू है.अमेरिका फ्रांस जैसे देश युद्धविराम चाहते हैं लेकिन इजरायल ने जमीनी हमलों की तैयारी कर ली है. अमेरिका से लेकर फ्रांस तक ने सीज फायर की अपील की है. ईरान खफा होकर धमकी दे रहा है लेकिन इजरायल इस बार आर-पार की लड़ाई लड रहा है.
संयुक्त राष्ट्र संघ में लेबनान कह रहा है कि इसी तरह से इजरायल हमले करता रहा तो उसका अस्तित्व मिट जाएगा, लेकिन दूसरी तरफ ये भी सच है कि लेबनान की धरती से इजरायल पर हमले किए जा रहे है. रॉकेट की जबरदस्त मार हिजबुल्लाह भी कर रहा है. ये आतंकी संगठन बौखलाया है क्योंकि उसके दो सुप्रीम कमांडर मारे जा चुके हैं.
यह भी पढ़ें: 'हमारे लोगों का भविष्य और हमारी समृद्धि खतरे में...', इजरायल के साथ संघर्ष के बीच UN जनरल असेंबली में बोला लेबनान
इजरायल ने पहले पेजर धमाकों ने लेबनान में तबाही मचाई और अब इजरायल ने हिजबुल्लाह पर हमलों की बौछार कर दी है. 8 दिन में बेरूत के 6 हजार से ज्यादा ठिकानों पर बम बरसाए जा चुके हैं. 800 लोगों की मौत हो चुकी है. लेबनान की वाका वैली की तस्वीरें आप नीचे वीडियो में देख सकते हैं जिसमें इजरायल की तरफ से दागे गए रॉकेट और मिसाइलों द्वारा मचाई गई तबाही दिख रही है.
मार्कावा टैंक लेबनान की तरफ
अब इजरायल जमीनी हमले की भी तैयारी कर रहा है. इसका सबूत है लेबनान सरहद से आने वाली तस्वीरें, यहां लगातार इजरायल के सैनिकों की ब्रिगेड पहुंच रही है. यानी इजरायल की तैयारी खतरनाक है. हिजबुल्लाह का नामोनिशान मिटाने के लिए इजरायल ने अपने सबसे ताकतवर टैंक मार्कावा का मुंह लेबनान की ओर मोड़ दिया है. मार्कावा टैंक सड़कों के साथ-साथ रेत पर भी चलने में सक्षम है. टैंक की मारक क्षमता भी जोरदार है जिसे चलता-फिरता बंकर कहा जाता है और इस पर किसी भी गोले का असर नहीं होता.
यह भी पढ़ें: इजरायली पेजर अटैक के शिकार हिज्बुल्लाह फाइटर्स से ज्यादा आम लोग हुए, हुआ ये खुलासा
कभी मिडिल ईस्ट का स्विट्जरलैंड और पेरिस था लेबनान
लेबनान हमेशा से ऐसा नहीं था और कभी इसे मिडिल ईस्ट का स्विट्जरलैंड और पेरिस कहा जाता था. लेकिन धीरे-धीरे यह इस्लामी कट्टरपंथ और आतंकवाद का गढ़ बन गया. यही वजह है कि लेबनान की राजधानी बेरूत इजरायली बम बारूद से तबाही झेल रही है. आज यहां खूंखार आतंकी संगठन हिजबुल्लाह का गढ़ है. लेकिन आज से 19 साल पहले भी इसकी तस्वीर ऐसी नहीं थी. बेरूत मॉडर्न, आजाद ख्याल और कट्टरवाद से बहुत दूर था.इसकी राजधानी बेरूत दुनिया के सबसे अमीर पर्यटकों का दिल खोलकर स्वागत करती थी. लेबनान में स्विमसूट, समुद्र तट, चहल-पहल भरी सड़कें और आज़ादी से घूमने वाले लोग थे.