एयर एशिया के दुर्घटनाग्रस्त विमान के पीड़ितों और ब्लैक बॉक्स रिकॉर्डर की खोज रविवार को एक बार फिर शुरू कर दी गई है. खोज का यह 8वां दिन है और शनिवार को खोजी दलों को जावा सागर में उठती ऊंची लहरों के बीच धातु की चार बड़ी वस्तुएं मिली थीं. समुद्र से अब तक 30 शव निकाले जा चुके हैं और जांचकर्ता लाशों के पोस्टमार्टम से यह पता लगाने की कोशिश में हैं कि विमान के साथ आखिर हुआ क्या था.
मौसम में सुधार के साथ बहुराष्ट्रीय खोजकर्ताओं को उम्मीद है कि वे एयरबस 320 का मलबा और मृतकों के शेष शव खोज लेंगे. पिछले रविवार को एयर एशिया की उड़ान QZ8501 इंडोनेशिया के सुरबाया से सिंगापुर के लिए 162 यात्रियों और चालक दल के सदस्यों को लेकर रवाना हुआ था, लेकिन वह बीच में ही रहस्यमय तरीके से दुर्घटनाग्रस्त हो गया था.
इंडोनेशियाई सशस्त्र बल के कमांडर जनरल मोएलदोको ने पुष्टि की है कि अब तक जावा सागर से 30 शव निकाले जा चुके हैं. उन्होंने ट्वीट किया 'हमने अब तक 30 शव निकाले हैं, जिनमें से चार की पहचान हो चुकी है. प्रक्रिया धीमी है, लेकिन हमें आगे प्रक्रिया तेज होने की उम्मीद है.' शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेजा जा रहा है, जबकि कई मृत यात्रियों के परिजनों से पोस्टमार्टम किए जाने पर आपत्ति जताई है.
इंडोनेशिया की खोज एवं बचाव एजेंसी बासरनास के प्रमुख बैमबैंग सोएलिस्तियो ने शनिवार को जकार्ता में बताया 'हमें विमान के चार बड़े हिस्से मिले हैं. दो बड़े हिस्से पांगकलां बुन के समीप सागर की गहराई में मिले. इनमें से एक 9.4 मीटर लंबा और 4.8 मीटर चौड़ा है. दूसरा हिस्सा पास में था जो 7.2 मीटर लंबा और आधा मीटर चौड़ा है.'
-इनपुट भाषा से