अमेरिका 2001 में जिस मकसद के साथ अफगानिस्तान में घुसा था, वह 20 साल बाद भी पूरा नहीं हुआ और अब 2021 में उसके निकलने के बाद फिर पहले जैसी स्थिति बनने की आशंका प्रबल हो गई है. अमेरिका की ही खुफिया एजेंसी CIA का दावा है कि तालिबान राज में अल-कायदा फिर से पनपने लगा है और उससे जुड़े लोग अफगान में फिर से जुड़ने लगे हैं.
खबरों के मुताबिक, यूएस की सेंट्रल इंटेलिजेंस एजेंसी (CIA) की रिपोर्ट में बताया गया है कि उनको ऐसे प्रारंभिक संकेत मिले हैं, जिससे पता चलता है कि तालिबान के राज वाले अफगानिस्तान में अल-कायदा रीग्रुप हो रहा है.
CIA के डिप्टी डायरेक्टर डेविड कोहन ने यह बात कही. उन्होंने कहा कि ऐसा लगता है कि अलकायदा अफगान में फिर जड़े जमा रहा है. इंटेलिजेंस एंड नेशनल सिक्यॉरिटी समिट में कोहन ने कहा कि इसपर बारीकी से नजर रखी जा रही है.
कोहन ने इस बात को भी माना कि अफगान में दूतावास और CIA स्टेशनों को बंद करने से वहां की ग्राउंड रिपोर्ट लेना इतना आसान नहीं है. फिलहाल जानकारियां अफगान सीमा से लगे देशों की मदद से जुटाई जा रही हैं.
अमेरिका को चुनौती देने में लगेंगे दो साल
CIA के डिप्टी डायरेक्टर की तरफ से इस बात का भी अनुमान लगाया गया है कि अल-कायदा कितनी तेजी से खुद को पहले जैसा करेगा. कोहन ने कहा कि इस तरह करीब दो सालों में अल-कायदा पहले जैसा हो सकता है, मतलब अमेरिका को चुनौती देने की हिम्मत उसमें आ सकती है.
बता दें कि 2001 में वर्ल्ड ट्रेड टॉवर पर अल-कायदा के हमले के बाद ही अमेरिका ने अफगानिस्तान में कदम रखा था. अब इस साल बाइडेन ने पूरी सेना को वहां से बुला लिया है और तालिबान ने अफगान पर फिर कब्जा कर लिया है. ओसामा बिन लादेन के नेतृत्व में अल-कायदा पहले से तालिबान के साथ मिलकर काम करता रहा है.