सरकार ने सूत्रों के हवाले से बताया है कि इराक के मोसुल शहर में ISIS आतंकियों द्वारा बंधक बना कर रखे गए सभी 39 भारतीय सुरक्षित हैं और उनकी रिहाई के प्रयास किए जा रहे हैं.
विदेश राज्य मंत्री वीके सिंह ने बताया कि इन भारतीय बंधकों के बारे में सूचना पाने के लिए सरकार इराक सरकार के संबंधित अधिकारियों के साथ नजदीकी और नियमित संपर्क में है.
लोकसभा में एक सवाल के लिखित जवाब में यह जानकारी देते हुए उन्होंने बताया, ‘विविध सूत्रों के मिली ताजा सूचना के उनुसार वे सभी सुरक्षित हैं. सरकार उनकी सुरक्षित रिहाई के लिए सभी कदम उठा रही है.' उन्होंने कहा कि इन भारतीयों की सुरक्षा और रिहाई सरकार की प्राथमिकता है.
एक अन्य सवाल के जवाब में उन्होंने बताया, ‘बगदाद स्थित भारतीय दूतावास से प्राप्त सूचना के अनुसार 39 भारतीयों को मोसुल में इस्लामिक स्टेट ने बंधक बना कर रखा हुआ है.’ उनके अनुसार इन भारतीयों को छुड़ाने के लिए इराक के अधिकारियों और अन्य व्यक्तियों से संपर्क बनाए रखने के उद्देश्य से इराक के कुर्दिस्तान स्वायत्त क्षेत्र के इरबिल में वरिष्ठ अधिकारियों के एक समूह को तैनात रखा गया है.
वीके सिंह ने बताया कि विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने भारतीय बंधकों की सुरक्षा के सिलसिले में खाड़ी सहयोग परिषद और क्षेत्र के अन्य मित्र देशों के अपने समकक्षों से व्यक्गित रूप बातचीत की है.
गौरतलब है कि इन भारतीयों को ISIS ने पिछले साल 11 जून को मोसुल में बंधक बना लिया था. इनमें से ISIS के चंगुल से बच निकलने में सफल हुए 26 वर्षीय हरजीत मसीह ने मई में दावा किया था कि सभी 39 भारतीयों की गोली मारकर हत्या कर दी गई है.