वाशिंगटन में कैपिटल सीक्रेट सब-वे (Capitol Secret Subway) का उपयोग अमेरिकी (Amercia) राष्ट्रपति समेत दूसरी बड़ी हस्तियां बीते 100 सालों से करती आईं हैं. अमेरिकी राष्ट्रपतियों, सुप्रीम कोर्ट के जजों, कभी-कभार फिल्म स्टार्स और दुनिया के कुछ प्रभावशाली लोगों के लिए ये सुरक्षित परिवहन रहा है. सीक्रेट सुरंग के भीतर बना Subway एक सदी से अधिक समय से दुनिया की ताकतवर हस्तियों की मौजूदगी और बड़े घटनाक्रमों का साक्षी है.
आपको बता दें कि वाशिंगटन, डीसी में यूएस कैपिटल की मेट्रो प्रणाली में तीन भूमिगत इलेक्ट्रिक पीपल मूवर सिस्टम शामिल हैं, जो यूएस कैपिटल को सीनेट कार्यालय भवनों के तीनों और चार हाउस ऑफिस भवनों में से एक से जोड़ते हैं. इसका मुख्य उद्देश्य अमेरिकी राष्ट्रपति, सीनेटर और कांग्रेस के सदस्यों को कैपिटल के भीतर कार्यालय भवनों से उनके संबंधित कक्षों तक सुरक्षित और आरामदायक यात्रा प्रदान करना है.
1911 में यहां छिपे थे राष्ट्रपति
600 कमरे, फ्लोरोसेंट-रोशनी में ट्रॉलियों का बड़ा नेटवर्क, कैपिटल सब-वे सिस्टम (Capitol Subway System) 100 साल से भी अधिक समय से बड़े राजनेताओं की मौजूदगी का गवाह है. कभी यहां असफल हत्या की कोशिश हुई तो कभी एक राष्ट्रपति (विलियम हॉवर्ड टैफ्ट, 1911) ने छिपने के लिए इसे अपना ठिकाना बनाया.
सब-वे ने राष्ट्रपति पद के उम्मीदवारों के लिए फोटो खिंचवाने के अवसर भी प्रदान किए हैं. जिसमें रोनाल्ड रीगन (Ronald Reagan) जैसी शख्सियत शामिल हैं. मेट्रो के अंदाज में 100 साल पहले बना कैपिटल सब-वे सिस्टम एक सदी से भी अधिक समय से राजनेताओं को सफर करा रहा है. जब भी सीनेट का सत्र चल रहा होता है, तो मुख्य स्टेशन गुलजार हो जाता है.
सुरक्षा इतनी कड़ी है कि तीन साल पहले इस सबवे में एकमात्र हत्या की कोशिश हुई थी, जब असंतुष्ट पूर्व कैपिटल पुलिस अधिकारी विलियम कैसर ने राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार जॉन ब्रिकर पर .22-कैलिबर पिस्तौल से गोलियां चलाई थीं. हालांकि, इस हमले में ब्रिकर बच गए. उसके बाद से कोई बड़ा हादसा नहीं हुआ.
रिपोर्ट के मुताबिक, पहला मेट्रो (सबवे) 7 मार्च 1909 को सीनेटरों के लिए खोला गया था. इलेक्ट्रिक स्टडबेकर ऑटोमोबाइल को तीन साल बाद अपने स्वयं के ट्रैक के साथ एक मोनोरेल से बदल दिया गया और 1960 में 55 लाख की कर चार इलेक्ट्रिक सबवे कारों को जोड़ा गया. एक हाउस लाइन ने उसके पांच साल बाद रेबर्न हाउस ऑफिस बिल्डिंग को कैपिटल से जोड़ा और, 1993 में, 7 करोड़ से अधिक खर्च कर डिज्नीलैंड-शैली की ड्राइवरलेस ट्रेन को पेश किया गया.