अलकायदा ने जो अमेरिका के वर्ल्ड ट्रेड सेंटर पर भयानक हमला (9/11 Attack) किया था, उससे जुड़ी खौफनाक रिपोर्ट सामने आई है. रिपोर्ट के मुताबिक, जितने लोग 9/11 के उस हमले में मारे गए थे, उससे ज्यादा लोग हमले से जुड़ी बीमारियों से मारे गए हैं. बता दें कि आतंकी संगठन अलकायदा ने 11 सितंबर 2001 को न्यूयॉर्क और वॉशिंगटन पर हमला किया था.
अमेरिका ने हमले के पीड़ितों के लिए पीड़ित मुआवजा कोष (वीसीएफ) से आर्थिक मदद की राशि दी थी. रिपोर्ट के मुताबिक, 2011 में इस कोष को पीड़ितों के लिए दोबारा खोला गया था. तब से अबतक मुआवजे की मांग वाली 67,000 गुजारिशें उनके पास आ चुकी हैं.
67 हजार में से 3,900 क्लेम ऐसे लोगों के लिए मांगे गए थे जिनकी मौत 9/11 से जुड़ी बीमारी की वजह से हुई थी. फंड की देखरेख करने वालीं 'स्पेशल मास्टर' रूपा भट्टाचार्य कहती हैं कि इस तरह से देखें तो 9/11 के हादसे वाले दिन जान गंवाने वालों से ज्यादा उन लोगों की संख्या हो चुकी है जिनकी मौत 9/11 से जुड़ी बीमारी की वजह से हुई.
कैंसर पीड़ित लोगों की संख्या ज्यादा
हाल के सालों में जिन लोगों की तरफ से मुआवजा मांगा गया, उनमें से करीब 50 फीसदी को कैंसर की शिकायत थी. बता दें कि अलकायदा के आतंकियों ने न्यूयॉर्क स्थित वर्ल्ड ट्रेड सेंटर और वॉशिंगटन स्थित पेंटागन पर हाईजैक किए प्लेन्स से हमला किया था. एक अन्य प्लेन पेंसिल्वेनिया में क्रैश हुआ था. इस हमले में करीब 3 हजार लोग मारे गए थे.
हादसे के तुरंत बाद अमेरिकी सरकार ने पीड़ित लोगों और उनके परिवारों तक मुआवजा पहुंचाने के लिए फंड का ऐलान किया था. इसके बाद 2011 में फंड को दोबारा से शुरू किया गया. इसमें 9/11 हमले के बाद उसकी वजह से कोई बीमारी हुई हो या मौत हुई हो तो उसका क्लेम लिया जा सकता था.
पीड़ित मुआवजा कोष (VCF) की तरफ से अबतक 40 हजार लोगों की मदद की गई है, जिसमें 8.95 बिलियन डॉलर खर्च हुए हैं. बता दें कि राष्ट्रपति जो बाइडेन शनिवार को वर्ल्ड ट्रेड सेंटर साइट पर जाएंगे. क्योंकि उस दिन हमले के 20 साल पूरे होंगे.