scorecardresearch
 

PAK के दोहरे रवैये पर अमेरिका का वार, हाफिज की पार्टी को घोषित किया आतंकी संगठन

अमेरिका ने एमएमएल के साथ ही इसके सात सदस्यों को भी विदेशी आतंकवादी घोषित किया है. अमेरिका ने तहरीक- ए- आजादी- ए- कश्मीर( टीएजेके) को भी आतंकवादी समूहों की सूची में शामिल किया है

Advertisement
X
अमेरिका का हाफिज़ सईद को झटका
अमेरिका का हाफिज़ सईद को झटका

Advertisement

अमेरिका ने एक बार फिर पाकिस्तान को करारा झटका दिया है. पाकिस्तान में आम चुनाव से ठीक पहले अमेरिका ने मिल्ली मुस्लिम लीग( एमएमएल) को एक विदेशी आतंकवादी संगठन घोषित कर दिया है. एमएमएल मोस्ट वांटेड आतंकी हाफिज सईद के नेतृत्व वाले आतंकवादी संगठन जमात- उद दावा का राजनीतिक मोर्चा है.

अमेरिका ने एमएमएल के साथ ही इसके सात सदस्यों को भी विदेशी आतंकवादी घोषित किया है. अमेरिका ने तहरीक- ए- आजादी- ए- कश्मीर( टीएजेके) को भी आतंकवादी समूहों की सूची में शामिल किया है. टीएजेके को लश्कर- ए- तैयबा का एक मोर्चा बताया जाता है, जो कि ट्रंप प्रशासन के अनुसार पाकिस्तान मेंबिना किसी रोक टोक के अपनी गतिविधियों का अंजाम दे रहा है.

गौरतलब है कि एक दिन पहले ही पाकिस्तान चुनाव आयोग ने एमएमएल को राजनीतिक पार्टी के तौर पर पंजीकरण के लिए गृह मंत्रालय से मंजूरी प्रमाणपत्र लाने को कहा था. इसके एक दिन बाद यह कदम उठाया गया है.

Advertisement

अमेरिकी विदेश मंत्रालय में आतंकवाद-निरोध समन्वयक नाथन ए. सेल्स ने कहा, ‘‘एमएमएल और टीएजेके दोनों ही लश्कर-ए-तैयबा के मोर्चा हैं और इनका गठन संगठन पर लगे प्रतिबंधों से बचने के लिए किया गया है. आज के संशोधनों का लक्ष्य प्रतिबंधों से बचने के लश्कर-ए-तैयबा के रास्तों को बंद करना और उसके झूठे चरित्र को लोगों के सामने लाना है.’’

सेल्स ने कहा, कृपया आप दिग्भ्रमित ना हों. लश्कर-ए-तैयबा चाहे कोई भी नाम बदल ले, वह हमेशा हिंसक आतंकवादी संगठन ही रहेगा. अमेरिका उन सभी कदमों का समर्थन करता है, जो यह सुनिश्चित करना चाहते हैं कि हिंसा का रास्ता पूरी तरह छोड़ने तक लश्कर-ए-तैयबा को कोई राजनीतिक मंच/आवाज ना मिले.

बता दें कि जमात-उद दावा का संगठन लश्कर-ए तैयबा पूरी दुनियाभर में अपनी आतंकी करतूतों को लेकर बदनाम है. अमेरिका ने भी संगठन और हाफिज सईद को आतंक का आका माना है. यहां तक कि उसे आजाद घूमने की इजाजत मिलने पर भी अमेरिका ने विरोध किया था.

मुंबई में 26/11 हमले का मास्टरमाइंड भी हाफिज सईद ही है. ऐसे में पाकिस्तानी एनएसए और वहां की सत्ता पर काबिज दल के नेताओं द्वारा हाफिज सईद के संगठन की तारीफ करना आतंक के प्रति उसके मददगार रुख और भारत के आरोपों को और मजबूती देता है.

Advertisement

Live TV

Advertisement
Advertisement