कोरोना संकट की वजह से अमेरिका दोबारा पस्त होता दिख रहा है. खासकर सितंबर महीना अमेरिका के लिए ज्यादा घातक रहा है. यहां रोजाना औसतन 2 हजार मौतें हो रही हैं. सोमवार को भी वहां 1900 लोगों ने कोरोना की वजह से जान गंवाई. वैसे तो अमेरिका में तेजी से कोरोना टीकाकरण हो रहा है, लेकिन जिन लोगों ने वहां (करीब सात करोड़) अब तक कोरोना टीका नहीं लगवाया है, उनको एक्सपर्ट्स ने चेताया भी है.
अमेरिका में बड़ी संख्या में कोरोना से हुई मौतों पर एक्सपर्टस ने कहा है कि संक्रमण एक अलग समूह यानी टीके की खुराक ना लगवाने वाले 7.1 करोड़ अमेरिकियों को अपना निशाना बना रहा है. फिलहाल अमेरिका की स्थिति ऐसी है कि वहां हॉस्पिटल्स में भीड़ बढ़ती ही जा रही है. अमेरिका में स्कूल खोले गए थे, लेकिन उनके फिर से बंद होने की आशंका पैदा हो गई है.
जिन्होंने टीका नहीं लगवाया उनको खतरा ज्यादा
जॉन्स हॉप्किंस यूनिवर्सिटी के मुताबिक, फिलहाल अमेरिका की करीब 64 प्रतिशत आबादी ने कोरोना वैक्सीन की कम से कम एक खुराक ले ली है. चिंता की बात यह है कि पिछले दो हफ्तों में हर दिन औसतन जान गंवाने वाले मरीजों की संख्या 40 प्रतिशत तक बढ़ गई है. एक्सपर्ट्स का कहना है कि अस्पताल में भर्ती होने वाले और जान गंवाने वाले लोगों की बड़ी तादाद टीका ना लगवाने वाले लोगों की है.
विशेषज्ञों का कहना है कि कोरोना के मामले बढ़ने के पीछे की बड़ी वजह लोगों की लापरवाही भी है. पहले कहा गया था कि जिन्होंने टीका लगवा लिया है उनको आगे कोविड जांच की जरूरत नहीं है. लेकिन मामलों और मौत बढ़ने के बाद इस सलाह को वापस भी लिया गया था. फिलहाल स्थिति यह है कि रैपिड कोविड जांच किट की भी अमेरिका में कमी होती दिख रही है.