अमेरिका ने बुधवार को पाकिस्तान-अफगानिस्तान बॉर्डर पर आतंकी ठिकानों पर ड्रोन हमले किए हैं. ड्रोन हमले में हक्कानी नेटवर्क के टॉप कमांडर एहसान खावेरी समेत तीन आतंकी मारे गए हैं. न्यूज़ एजेंसी पीटीआई की मानें तो अमेरिकी ड्रोन से दो मिसाइल दागी गई. ये हमला हंगू जिले के पास किया गया.
अमेरिकी ड्रोन ने उत्तरी वजीरीस्तान में स्पीन थाल के पास अफगान शरणार्थियों के एक घर को निशाना बनाया. जहां पर ये आतंकी ठहरे हुए थे.
Today drone strike on the border area of district hangu KP raises more concerns and president trump warnings coming into reality pic.twitter.com/FeLIPLpNUU
— Jamshed Baghwan (@JBaghwan) January 24, 2018
आपको बता दें कि 2018 में अमेरिका की तरफ से पाकिस्तान के आतंकी हमलों पर दूसरा ड्रोन अटैक है. इससे पहले 17 जनवरी को भी पाक-अफगान बॉर्डर पर हमला किया गया था. जिसमें एक आतंकी मारा गया था. अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के द्वारा नई अफगान नीति की घोषणा के बाद से ही आतंकियों पर कार्रवाई लगातार जारी है.
अमेरिका के द्वारा किए जा रहे ड्रोन हमले का पाकिस्तान लगातार विरोध करता रहा है. इससे पहले भी 2016 में अमेरिका के ड्रोन हमले में तालिबानी आतंकी मुल्ला अख्तर मंसूर की मौत हुई थी.
गौरतलब है कि पिछले कुछ दिनों से पाकिस्तान के प्रति अमेरिका का रुख काफी कड़ा रहा है. डोनाल्ड ट्रंप ने पाकिस्तान को दी जाने वाली 255 मिलियन डॉलर की सैन्य मदद पर भी रोक लगा दी है. जिसके बाद पाकिस्तान की काफी किरकिरी हुई थी. पाकिस्तान ने भी बौखलाहट में आकर बयान दिय था कि वह अब अमेरिका के साथ अपनी खुफिया जानकारी साझा नहीं किया करेगा.
हाफिज़ सईद को भी गिरफ्तारी का डर
अमेरिका मोस्ट वांटेड आतंकी हाफिज़ सईद पर भी सख्ती भरा रुख अपना चुका है. मुंबई हमले के मास्टरमाइंड और जमात उद दावा प्रमुख हाफिज सईद को अब संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (यूएनएससी) की प्रतिबंध निगरानी टीम के पाकिस्तान दौरे से पहले अपनी गिरफ्तारी का डर सता रहा है. उसने लाहौर उच्च न्यायालय में गिरफ्तारी से बचाव के लिये याचिका दायर करते हुये कहा कि सरकार भारत और अमेरिका के कहने पर उसे गिरफ्तार करना चाहती है.