अमेरिका में कोरोना वायरस के संकट के बीच चुनावी अभियान भी जारी है. इस बीच एक किताब के आने से अमेरिकी राजनीति में भूचाल मच गया है. डेमोक्रेटिक पार्टी की ओर से उपराष्ट्रपति पद की उम्मीदवार कमला हैरिस ने आरोप लगाया है कि डोनाल्ड ट्रंप ने जानबूझकर अमेरिकी लोगों को कोरोना संकट की सच्चाई से दूर रखा और उन्हें धोखा दिया.
अमेरिकी पत्रकार बॉब वूडवॉर्ड द्वारा लिखी गई किताब में कई ऐसे खुलासे हुए हैं, जो डोनाल्ड ट्रंप पर भारी पड़ते दिख रहे हैं. दावा है कि डोनाल्ड ट्रंप ने किताब में कहा है कि वह कोरोना वायरस को कमतर दिखाना चाहते थे, क्योंकि इससे गलत असर पड़ता है. हालांकि, फरवरी में डोनाल्ड ट्रंप को यकीन हो गया था कि ये महामारी काफी घातक होने जा रही है.
कमला हैरिस ने इस पूरे विवाद पर कहा कि डोनाल्ड ट्रंप ने अपनी छवि बचाने के लिए ये सब किया. जिन लोगों की मौत हो गई है, उनके परिवार की जिंदगी बर्बाद हो गई है. लेकिन डोनाल्ड ट्रंप बतौर राष्ट्रपति अपनी ड्यूटी निभाने में पूरी तरह फेल साबित हुए हैं. ऐसे में वो राष्ट्रपति रहने के लायक नहीं हैं. कमला हैरिस ने कहा कि डोनाल्ड ट्रंप ने खुद को अमेरिकी लोगों से आगे रखा है, जिसका जवाब उन्हें मिलेगा.
आपको बता दें कि इससे पहले भी कई बार डोनाल्ड ट्रंप और कमला हैरिस के बीच में जुबानी जंग हो चुकी है. हैरिस ने आरोप लगाया कि फरवरी में दुनिया के सामने डोनाल्ड ट्रंप कह रहे थे कि कोरोना कुछ नहीं है, ये सिर्फ एक छोटी सी चीज है लेकिन उनकी लापरवाही ने लाखों अमेरिकियों की जान छीन ली.
कोरोना वायरस के कारण अमेरिका में अबतक करीब 65 लाख लोग बीमार हो चुके हैं. जबकि दो लाख के करीब लोग अपनी जान गंवा चुके हैं. इतना ही नहीं कोरोना संकट काल में अमेरिका में दो करोड़ से अधिक लोगों की नौकरियां गई थीं.