अमेरिका और चीन के बीच जारी हुआ घमासान अब काफी आगे तक बढ़ गया है. पहले अमेरिका ने ह्यूस्टन में चीन के एक दूतावास को बंद करवाया और अब चीन ने भी ऐसा ही किया. चीन ने आदेश दिया था कि अमेरिका चेंगदू में मौजूद अपने दूतावास को खाली करे, अब डेडलाइन खत्म होने से पहले अमेरिका ने इसे खाली करने की तैयारी कर ली है. सोमवार को अमेरिका ने अपना झंडा दूतावास से उतार दिया.
पहले ट्रेड वॉर, फिर कोरोना वायरस का संकट और हॉन्गकॉन्ग का मसला अमेरिका और चीन के बीच पिछले दिनों में विवाद बढ़ते गए हैं. यही कारण है कि अब ये लड़ाई आगे बढ़ रही है और कोल्ड वॉर की ओर से जा रही है. सबसे पहले अमेरिका ने ह्यूस्टन में मौजूद चीन के वाणिज्य दूतावास को बंद करने को कहा था, जिसके लिए 72 घंटे का वक्त दिया गया था.
🇨🇳🇺🇸 A U.S. national flag has lowered at the U.S. Consulate General in #Chengdu at around 6:18 a.m. on Monday. #ChinaUS
🇨🇳🇺🇸 27日上午6:18分,#美国驻成都总领馆 降旗。 pic.twitter.com/jVKW4iXBbD
— CCTV Asia Pacific (@CCTVAsiaPacific) July 27, 2020
इसी के जवाब में चीन की ओर से अमेरिका को धमकी दी गई थी कि अगर अमेरिका ने अपना फैसला वापस नहीं लिया तो चीन के अलग-अलग शहरों में मौजूदा कॉन्सुलेट को बंद किया जाएगा. कुछ ही वक्त के बाद चेंगदू को लेकर फैसला सामने आ गया था. अब यहां से झंडा हटाना शुरू हो गया है, जबकि चीनी पुलिस ने इलाके को अपने कब्जे में लेना शुरू कर दिया है.
आपको बता दें कि इसी तरह ह्यूस्टन में अमेरिकी पुलिस ने इलाके को घेर लिया था, तब चीनी कॉन्सुलेट में कुछ कागज जलाने की बात सामने आई थी. जिसका एक वीडियो वायरल हुआ था. अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने भी कहा था कि चीनी लोग कुछ डॉक्यूमेंट जला रहे थे, लेकिन हमारी पुलिस अंदर नहीं घुस पाई क्योंकि कानून इसकी इजाजत नहीं देता है.
कोरोना संकट के बीच जारी जंग के दौरान अमेरिका ने हुवावेई समेत अन्य कुछ कंपनियों पर अपने यहां बैन लगा दिया था. जिसके बाद अमेरिका के मित्र देशों ने भी ऐसा ही किया, जो चीन के लिए बड़ा झटका था.