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अब मिडिल ईस्ट ने बढ़ाई टेंशन, अमेरिका भेज रहा घातक मिसाइल सिस्टम, बाइडेन ने वर्ल्ड लीडर्स से की बात!

इजरायल-हमास युद्ध के बीच मिडिल ईस्ट में भी तनाव बढ़ रहा है. इस बीच अमेरिका ईरान समर्थित समूहों की गतिविधि को लेकर अलर्ट पर है. रविवार को अमेरिकी राष्ट्रपति ने ट्रूडो, मैक्रॉन, स्कोल्ज, मेलोनी और ऋषि सुनक से बातचीत की है. इस बीच, अमेरिका ने मिडिल ईस्ट में अपने जवानों की संख्या बढ़ा दी है. इसके साथ घातक मिसाइल सिस्टम तैनात करने का भी फैसला लिया है.

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अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन (usembassy.gov)
अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन (usembassy.gov)

इजरायल-हमास और रूस-यूक्रेन युद्ध की वजह से पूरी दुनिया टेंशन में है. खासतौर पर पश्चिमी देशों की परेशानी ज्यादा बढ़ती जा रही है. एक तरफ अमेरिका, ब्रिटेन, फ्रांस, जर्मनी जैसे देश हैं तो दूसरी तरफ अरब मुस्लिम देश खड़े होने लगे हैं. हालात यह बन रहे हैं कि इजरायल को कई मोर्चे पर युद्ध लड़ना पड़ रहा है. दिनोदिन इजरायल की मुश्किलें भी बढ़ रही हैं. हाल के हमलों और तनाव से निपटने के लिए अमेरिका अलर्ट मोड पर आ गया है. यूएस ने मिडिल ईस्ट में अतिरिक्त मिसाइल डिफेंस सिस्टम तैनात कर रहा है. वहां सैन्य मौजूदगी भी बढ़ाई जा रही है. इस बीच, खबर है कि अमेरिकी ने इजरायल समर्थक देशों के प्रमुखों से बात की है.

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व्हाइट हाउस के मुताबिक, इजरायल-हमास युद्ध के संबंध में राष्ट्रपति जो बाइडेन ने रविवार को कनाडा के पीएम जस्टिन ट्रूडो, फ्रांस के राष्ट्रपति मैक्रॉन, जर्मनी के चांसलर स्कोल्ज, इटली की पीएम मेलोनी और यूके के पीएम ऋषि सुनक से बातचीत की और युद्ध के संबंध में चर्चा की. इससे पहले बाइडेन, सुनक, मेलोनी, स्कोल्ज ने इजरायल का दौरा किया था और युद्ध के बारे में जानकारी ली थी. वैश्विक नेताओं ने युद्ध में इजरायल का समर्थन किया था.

'तनाव से निपटने के लिए अमेरिका ने उठाया कदम'

बताते चलें कि इजरायल और हमास के बीच 16 दिन से युद्ध चल रहा है. उधर, रूस और यूक्रेन भी डेढ़ साल से ज्यादा वक्त से युद्ध के मैदान में हैं. वहीं, ईरान के साथ बढ़ते तनाव से निपटने के लिए अमेरिका ने तैयारी कर ली है. अपनी ताकत बढ़ाने के लिए अमेरिका ने मध्य पूर्व में एक टर्मिनल हाई एल्टीट्यूड एरिया डिफेंस सिस्टम के साथ-साथ अतिरिक्त पैट्रियट बटालियन भेजने का फैसला किया है. इस बात की पुष्टि अमेरिकी रक्षा मंत्री लॉयड ऑस्टिन ने की है.

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'इजरायल की मदद करता रहेगा अमेरिका'

उन्होंने कहा, ये कदम क्षेत्र में अमेरिकी बलों के लिए बल सुरक्षा बढ़ाएंगे और इजरायल की रक्षा में सहायता करेंगे. ऑस्टिन ने कहा, मध्य पूर्व क्षेत्र में ईरान और उसकी प्रॉक्सी ताकतों द्वारा हाल में हमले किए गए हैं. इस संबंध में राष्ट्रपति जो बाडेन के साथ विस्तृत चर्चा की गई. उसके बाद मैंने रक्षा विभाग को क्षेत्र में और मजबूत होने के लिए अतिरिक्त कदम उठाने के निर्देश दिए हैं.

'मिडिल ईस्ट में अमेरिका ने बढ़ा दी अपनी ताकत'

ऑस्टिन ने कहा, सबसे पहले मैंने USS ड्वाइट डी. आइजनहावर कैरियर स्ट्राइक ग्रुप को मध्य कमान क्षेत्र में भेजने के लिए र्निर्देशित किया. यह कैरियर स्ट्राइक ग्रुप यूएसएस गेराल्ड आर. फोर्ड कैरियर स्ट्राइक ग्रुप के अतिरिक्त है, जो वर्तमान में पूर्वी भूमध्य सागर में काम कर रहा है. यह अमेरिका की ताकत को और बढ़ाएगा और इमरजेंसी में जवाब देने की हमारी क्षमताओं को मजबूत करेगा.

'बैलिस्टिक मिसाइलों को नष्ट करेगा THAAD'

उन्होंने कहा, अमेरिका ने जवानों की सुरक्षा बढ़ाने के लिए पूरे क्षेत्र में टर्मिनल हाई एल्टीट्यूड एरिया डिफेंस (THAAD) बैटरी के साथ-साथ अतिरिक्त पैट्रियट बटालियन की तैनाती भी सक्रिय कर दी है. पैट्रियट को सबसे उन्नत अमेरिकी वायु रक्षा प्रणालियों में से एक माना जाता है. THAAD छोटी, मध्यम और मध्यवर्ती दूरी की बैलिस्टिक मिसाइल को रोकने और नष्ट करने में सक्षम माना जाता है.

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'ड्रोन हमले का शिकार हो रहे अमेरिकी सैनिक'

बता दें कि 7 अक्टूबर को हमास के लड़ाकों ने सबसे पहले इजरायल में हमला बोला था और बर्बरता की थी. उसके बाद इजयराल ने युद्ध की घोषणा की और गाजा पट्टी को घेर लिया. इजरायल और हमास के बीच संघर्ष शुरू होने के बाद से इस क्षेत्र में अमेरिकी सेना इराक और सीरिया में बार-बार ड्रोन हमलों का शिकार हो रही है.

'सैनिकों की संख्या भी बढ़ाएगा अमेरिका'

ऑस्टिन ने कहा, हमने इमरजेंसी प्लान के हिस्से के रूप में अतिरिक्त संख्या में बल तैनात किए हैं, ताकि उनकी तत्परता और जरूरत अनुसार त्वरित प्रतिक्रिया देने की क्षमता बढ़ सके. हालांकि, उन्होंने सैनिकों की संख्या का उल्लेख नहीं किया. उन्होंने कहा, मैं क्षेत्र में सेना की जरूरतों का आकलन करना जारी रखूंगा और जरूरत अनुसार अतिरिक्त क्षमताओं को तैनात करने पर विचार करूंगा.

बेंजामिन नेतन्याहू ने भी पश्चिमी नेताओं से की बात

इजरायली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने रविवार को पश्चिमी नेताओं के साथ बातचीत की. इनमें फ्रांसीसी राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रॉन, स्पेनिश प्रधानमंत्री पेड्रो सांचेज और डच प्रधानमंत्री मार्क रूटे का नाम शामिल है. नेतन्याहू ने वैश्विक नेताओं को हमास के खात्मे के लिए लोगों की एकता और दृढ़ संकल्प के बारे में बताया और कहा कि हमास पर इजरायल की जीत पूरी दुनिया के लिए एक जीत होगी. नेतन्याहू ने हमास के क्रूर आतंकवाद के खिलाफ और इजरायल का समर्थन करने के लिए नेताओं को धन्यवाद दिया. फ्रांस के राष्ट्रपति मैक्रॉन और डच प्रधानमंत्री रूट जल्द इजरायल पहुंचेंगे और प्रधानमंत्री नेतन्याहू से मुलाकात करेंगे.

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