कई मुद्दों पर आमने-सामने रहने वाले अमेरिका और चीन आजकल उत्तर कोरिया के मुद्दे पर एक दूसरे का सहयोग कर रहे हैं. अमेरिका ने उत्तर कोरिया मामले में सहयोग करने के लिए चीन की तारीफ की है. व्हाइट हाउस की ओर से जारी बयान में कहा गया है कि उत्तरी कोरिया मामले में चीन ने लगातार पॉजिटिव भूमिका निभाई है.
व्हाइट हाउस के प्रेस सेकेट्ररी शॉन स्पाइसर ने सोमवार को कहा कि इस मामले में चीन बहुत-बहुत सहयोगी रवैया अपना रहा है, हमें आगे भी ऐसी ही उम्मीद है. उन्होंने कहा कि हम इस व्यवहार में और भी बड़े बदलाव की उम्मीद करते हैं. स्पाइसर ने कहा कि चीन ने जो रवैया दिखाया है, वह काफी सकारात्मक है.
अमेरिका ने दी थी चेतावनी
आपको बता दें कि इससे पहले अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने हाल में चेतावनी दी थी कि यदि चीन आगे नहीं आता है तो वह अकेला ही उत्तर कोरिया के खिलाफ कार्रवाई करने के लिए तैयार है, यह परीक्षण ऐसे समय में हुआ है जब ट्रंप और चीन के राष्ट्रपति शी चिनफिंग के बीच मुलाकात होने वाली थी.
अमेरिका और चीन को चुनौती
गौरतलब है कि आए दिन नॉर्थ कोरिया की ओर से मिसाइल, रॉकेट की टेस्टिंग से अमेरिका-चीन और जापान परेशान हैं. नॉर्थ कोरिया को रोकने के लिए अमेरिका और चीन ने साथ आने के लिए हामी भरी है. अमेरिका के खिलाफ उसके हथियार कार्यक्रम को रोक सकें ऐसी लगातार कोशिश हो रही है.
नॉर्थ कोरिया अमेरिका के लिए कैसे खतरा?
नॉर्थ कोरिया अमेरिका को लगातार चुनौती देता रहा है. ओबामा के बाद ट्रंप प्रशासन में भी किम जोंग उन ने हथियारों के विस्तार कार्यक्रम को बंद नहीं किया है. पिछले साल जनवरी में नॉर्थ कोरिया ने हाइड्रोजन बम का टेस्ट किया था. ट्रंप की चेतावनी के बाद भी नॉर्थ कोरिया हथियारों के विस्तार कार्यक्रम से पीछे नहीं हट रहा है. साउथ कोरिया, अमेरिका और जापान जैसे देश इसे लेकर कई बार यूएन में शिकायत कर चुके हैं. इस साल उत्तर कोरिया ने पांच परमाणु और एक मिसाइल सीरीज के परीक्षण की शुरुआत की.