सिक्किम के डोकलाम में भारत और चीन के बीच जारी तनातनी पर अमेरिका करीब से नजर रख रहा है. साथ ही उसने भारत और चीन से डोकलाम में जारी गतिरोध को सुलझाने को कहा है. अमेरिका ने कहा कि डोकलाम मसले पर भारत और चीन आपस में बातचीत करें.
विदेश मंत्रालय की प्रवक्ता हेदर नोर्ट ने संवाददाता सम्मेलन के दौरान कहा कि यह ऐसी स्थिति है, जिस पर हम करीब से नजर रख रहे हैं. हमारे संबंध दोनों सरकारों के साथ हैं. हम दोनों पक्षों को साथ बैठने और बातचीत करने को प्रोत्साहित कर रहे हैं. तब तक इसे अपने हाल पर छोड़ दें.
इससे पहले पूर्व अमेरिकी राजदूत रिचर्ड वर्मा और अमेरिका के इलिनोइ से सांसद राजा कृष्णमूर्ति ने डोकलाम विवाद के लिए चीन को जिम्मेदार बता चुके हैं. वाशिंगटन डीसी में स्थित एक रणनीति एवं पूंजी सलाहकार समूह द एशिया ग्रुप के उपाध्यक्ष वर्मा (48) ने कहा कि ओबामा प्रशासन के पिछले दो या तीन वर्षों में हमने संबंधों में काफी प्रगति की है और इसका श्रेय प्रधानमंत्री मोदी और पूर्व राष्ट्रपति ओबामा को जाता है.
उन्होंने कहा कि हमने कई अलग-अलग क्षेत्रों में काम किया कई वार्ताएं की जिनके वास्तविक परिणाम निकले. हमें उम्मीद है कि यह प्रगति जारी रहेगी. चीनी सेना को डोकलाम इलाके में सड़क बनाने से रोकने के बाद से दोनों देशों के बीच तनाव जारी है. भारत और चीन के बीच डोकलाम पर जारी गतिरोध पर चिंता जताते हुए अमेरिका के प्रभावशाली सांसद कृष्णमूर्ति ने चीन पर उकसाने वाले कदम उठाने का आरोप लगाया है, जिससे एशिया के दो बड़े देशों के बीच तनाव बढ़ा है.
उन्होंने कहा, 'डोकलाम पठार में जो भी चल रहा है उसे लेकर मैं बहुत चिंतित हूं. मेरा मानना है कि चीन ने कुछ उकसाने वाले कदम उठाए, जिससे इस क्षेत्र पर मौजूदा गतिरोध बढ़ा. 44 वर्षीय कृष्णमूर्ति हाल ही में भारत की यात्रा कर लौटे हैं. इस दौरान उन्होंने इस सप्ताह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात की और कई मुद्दों पर चर्चा की थी.