सीरिया में मिसाइल हमले के बाद अब अमेरिका ने कोरियाई प्रायद्वीप में जंगी जहाज भेजा है, जिससे उत्तर कोरिया के साथ तनाव गहरा गया है. उत्तर कोरिया ने अमेरिका की ओर से कोरियाई प्रायद्वीप में जंगी जलपोत भेजने को गलत बताते हुए कड़ी चेतावनी दी है. उसने कहा है कि अमेरिका उसकी सीमाओं में जबरन घुस रहा है. ऐसे में अगर तनाव बढ़ता है, तो वह अमेरिका से जंग के लिए पूरी तरह तैयार है.
इससे पहले अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने केमिकल अटैक के बाद सीरिया में मिसाइल हमले का आदेश देकर सबको हैरान कर दिया था. शुक्रवार को अमेरिकी नौसेना ने जंगी जहाज से सीरिया के इडलिब इलाके में 59 मिसाइलें दागी थी. इसे अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप की ओर से उत्तर कोरिया को कड़ा संदेश माना जा रहा है. अब अमेरिकी नौसेना के USS कार्ल विंसनएयरक्राफ्ट कैरियर स्ट्राइक ग्रुप के सिंगापुर से उत्तर कोरिया की ओर जाने से तनाव गहरा गया है.
मिसाइल परीक्षण करने पर बनाई हमले की योजना
अंतरराष्ट्रीय प्रतिबंध के बावजूद उत्तर कोरिया की ओर से मिसाइलों और परमाणु परीक्षण जारी रखने के चलते अमेरिका ने कार्रवाई करने की योजना बनाई है. संयुक्त राष्ट्र
उत्तर कोरिया पर मिसाइल और परमाणु परीक्षण लगातार जारी रखने पर प्रतिबंध भी लगा चुका है. वैश्विक मंच से दुनिया के कई देशों ने भी इन मिसाइल परीक्षणों की
कड़ी आलोचना की थी. उत्तर कोरिया पांच परमाणु परीक्षण कर चुका है. इनमें से दो परीक्षण पिछले
साल हुए थे. उपग्रहों से प्राप्त विशिष्ट तस्वीरों का विश्लेषण कहता है कि
उत्तर कोरिया संभवत: छठे परीक्षण की तैयारी कर रहा है.
उत्तर कोरिया सीमा पर चीन ने तैनात किए डेढ़ लाख सैनिक
वहीं, उत्तर कोरिया पर अमेरिकी हमले से उपजने वाले भावी हालात से निपटने के लिए चीन ने भी कमर कस ली है. चीन ने उत्तर कोरिया सीमा पर करीब डेढ़ लाख
सैनिकों को तैनात कर दिया है. पीपुल्स लिबरेशन आर्मी फोर्स की मेडिकल और बैकअप यूनिटों को चीन-उत्तर कोरिया सीमा पर स्थित यालू नदी के किनारे तैनात किया
गया है.
जंग के लिए तैयार उत्तर कोरिया
उत्तर कोरिया की सरकारी समाचार एजेंसी KCNA के मुताबिक विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने कहा कि अमेरिका ने कोरियाई प्रायद्वीप में जंगी जहाज भेजने का कदम
जल्दबाजी में उठाया है. वह हमारी सीमा में घुसने की कोशिश कर रहा है. अमेरिका की ओर से कोरियाई प्रायद्वीप पर जंगी जहाज भेजने के बाद उत्तर कोरिया का यह
पहला बयाना है. उन्होंने कहा कि यदि अमेरिका युद्ध चाहता है, तो उत्तर कोरिया इसके लिए पूरी तरह तैयार है.
ट्रंप पहले ही दे चुके हैं हमले के संकेत
अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप ने उत्तर कोरिया पर हमले के संकेत पहले ही दे चुके हैं. अमेरिका ने साफ कहा था कि अगर संयुक्त राष्ट्र उत्तर कोरिया के खिलाफ कार्रवाई नहीं
करता है, तो वह खुद कार्रवाई करेगा. खास बात यह है कि USS कार्ल विंसनएयरक्राफ्ट कैरियर स्ट्राइक ग्रुप को ऑस्ट्रेलिया रवाना होना था, लेकिन उसने इसको रद्द कर
दिया और कोरियाई प्रायद्वीप पहुंच गया. अमेरिका के इस कदम से लगता है कि वह उत्तर कोरिया पर जल्द ही हमला करेगा.