अमेरिकी की ओर से आर्थिक रोक के बाद पाकिस्तान भी आक्रामक हो गया है. व्हाइट हाउस ने सोमवार को पाकिस्तान को अपनी धरती से तालिबानी आंतकियों को 'बाहर करने या गिरफ्तार करने' को कहा, तो पाक ने इसके सबूत मांग लिए.
अमेरिका ने पाकिस्तान से अपने यहां से तालिबानी गतिविधियों पर रोक लगाने के लिए कहा तो जवाब में अमेरिका में पाकिस्तान के राजदूत ने दावा किया कि उनका देश पहले ही उन्हें बाहर कर चुका है और किसी भी तरह की कोई सुविधा नहीं हे रहा, साथ ही उन्होंने अपने यहां आतंकियों के पनाहगाह देने का सबूत देने की 'खुली चुनौती' दे डाली.
व्हाइट हाउस की सेक्रेटरी साराह सैंडर्स ने कहा, "हमने पाकिस्तान को तुरंत प्रभाव से अपने सीमा क्षेत्र से तालिबानी नेताओं को पकड़ने या निष्कासित करने की बात कही है." अफगानी तालिबान ने पिछले हफ्ते काबुल के एक होटल में हुए हमले की जिम्मेदारी ली जिसमें 22 आम नागरिकों की मौत हो गई. मरने वालों में 6 विदेशी नागरिक भी शामिल हैं.
काबुल में अफगानी सरकार ने बताया कि 6 आंतकियों को अफगान फोर्स ने मार गिराया है. हालांकि सरकार ने पाकिस्तान का नाम नहीं लिया.
सैंडर्स के बयान के एक घंटे के अंदर अमेरिका में पाकिस्तान के राजदूत अजीज अहमद चौधरी ने कहा कि उनके देश की सैन्य फोर्स ने अपने यहां से सभी आतंकियों का सफाया कर दिया है. आतंकी गतिविधियों के सभी ठीकानों को खत्म कर दिया गया है. अगर किसी को लगता है कि अभी भी वे यहां पर हैं तो हमें बताएं कि वे यहां पर किस जगह सुरक्षित हैं. राजदूत ने कहा कि यह खुली चुनौती है.