अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप, कनाडा और चीन के जवाबी एक्शन के बाद माना जा रहा है कि बैकफुट पर पहुंच गए हैं. अब वह अपनी सरकार के तहत ऑटोमोटिव सेक्टर जैसे क्षेत्रों को अमेरिकी टैरिफ से बचाने पर गंभीरता से विचार कर रहे हैं. यह जानकारी वाणिज्य विभाग के प्रमुख हावर्ड ल्यूटनिक ने एक अमेरिकी मीडिया को दिए इंटरव्यू में दी. उन्होंने कहा कि राष्ट्रपति ट्रंप विशेष सेक्टरों को कुछ राहत देने का अंतिम निर्णय लेंगे.
कॉमर्स मंत्री हावर्ड ल्यूटनिक के मुताबिक, कनाडा और मेक्सिको पर लगाए गए 25% टैरिफ अगले साल इन देशों के साथ नई संधि के तहत पुनर्विचार के रूप में बनाए रखे जाएंगे. हालांकि, कुछ क्षेत्रों को टैरिफ से बचाने की योजना पर विचार हो रहा है. खासतौर से, ऑटोमोटिव सेक्टर को इस योजना के तहत राहत देने की प्लानिंग चल रही है.
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ट्रंप के मंत्री ने कहा, "यह असल में छूट नहीं होगा"
कॉमर्स मंत्री ल्यूटनिक ने कहा कि प्रशासन व्यापार पर अमेरिका-मेक्सिको-कनाडा समझौते पर विचार कर रहा है और यह भी देख रहा है कि क्या कुछ क्षेत्रों ने ट्रंप के पहले कार्यकाल के दौरान किए गए समझौते का पालन किया गया है. यह पूछे जाने पर कि क्या मंगलवार से लागू हुए टैरिफ से ऑटोमोबाइल को छूट मिलेगी, ल्यूटनिक ने बताया, "असल में यह कोई छूट नहीं है."
कॉमर्स मंत्री ने कहा कि यह प्रस्ताव मंगलवार को ट्रंप द्वारा लगाए गए 25% शुल्क के तुरंत बाद आया है. इन टैरिफ ने अमेरिकी ऑटोमोटिव सेक्टर के लिए बड़ी चुनौतियां खड़ी कर दी हैं, खासकर जब इस सेक्टर को अपने वार्षिक उत्पादन के हिस्से के रूप में तीनों देशों के बीच ऑटो पार्ट्स का आदान-प्रदान भी करना होता है. गौरतलब है कि बीते दिनों एक रिपोर्ट भी आई थी कि यूरोप में एलोन मस्क की टेस्ला कार की बिक्री में भी गिरावट दर्ज की गई है.
चीन-कनाडा ने WTO में की है शिकायत!
डोनाल्ड ट्रंप ने कनाडा-चीन-मेक्सिकोि पर यह भी आरोप लगाए हैं कि टैरिफ लगाए जाने के बावजूद इन देशों ने अमेरिका में होने वाली फेंटेनाइल ड्रग सप्लाई पर लगाम नहीं लगाई. ट्रंप ने कनाडा-मेक्सिको पर जहां 25 फीसदी का टैरिफ लगाया है, तो चीन पर भी 10 फीसदी टैरिफ थोपे हैं, जिसे बाद में 20 फीसदी तक बढ़ा दिया गया है. इसके बाद चीन और कनाडा ने अमेरिका के खिलाफ ग्लोबल संस्था वर्ल्ड ट्रेड ऑर्गेनाइजेशन (WTO) में शिकायत भी दर्ज कराई है.
कनाडा-चीन का अमेरिका पर जवाबी एक्शन!
इतना ही नहीं कनाडा ने अमेरिका पर जवाबी टैरिफ के रूप में कमोबेश 30 अरब कनाडाई डॉलर की लागत के इंपोर्ट पर 25 फीसदी टैरिफ लगाए हैं. इनके अलावा 125 अरब कनाडाई डॉलर के आयात पर अगले दो सप्ताह में अतिरिक्त टैक्स लगाने की चेतावनी दी है. चीन ने भी शुरुआत में 10 फीसदी टैरिफ का ऐलान किया था, लेकिन WTO में शिकायत और ट्रंप के टैरिफ को डबल करने के बाद चीन अमेरिकी इंपोर्ट पर 10-15 फीसदी अतिरिक्त टैरिफ लगाने की भी योजना बना रहा है.
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अब बुधवार को होने वाली संभावित घोषणा पर सबकी नजरें टिकी होंगी कि क्या असल में कुछ विशेष सेक्टर्स को टैरिफ से राहत मिल सकेगी. फिलहाल, ट्रंप के पास सार्वजनिक कार्यक्रम की कोई योजना नहीं है, क्योंकि उन्होंने मंगलवार रात कांग्रेस को संबोधित किया था. यह देखने वाली बात होगी अगर ट्रंप अपने सोशल मीडिया साइट ट्रुथ सोशल पर किसी पोस्ट के जरिए इसका ऐलान करें.