अमेरिका का वीजा पाना कई भारतीयों के लिए बड़ी चुनौती साबित हो जाता है. एक यूएस वीजा के लिए 500 से ज्यादा दिनों का वेटिंग पीरियड रहता है. अब उसी परेशानी को समझते हुए भारत में अमेरिकी दूतावास की तरफ से बड़ा ऐलान किया गया है. कहा गया है कि जो भारतीय विदेशी यात्रा कर रहे हैं, अब वे उस देश से ही अमेरिकी वीजा के लिए अप्लाई कर सकते हैं. यानी कि अगर आप किसी दूसरे देश गए हुए हैं तो वहां के अमेरिकी दूतावास में जा आप वीजा एप्वाइंटमेंट ले सकते हैं.
क्या बड़ा बदलाव होने वाला है?
एक जारी ट्वीट में यूएस एंबेसी इंडिया ने कहा है कि क्या आप भी विदेश यात्रा प्लान कर रहे हैं. अगर हां तो अब आप उस देश से ही अमेरिकी वीजा के लिए अप्लाई कर सकते हैं. आने वाले महीनों में थाइलैंड में रह रहे भारतीय B1/B2 वीजा के लिए अप्लाई कर पाएंगे. सिर्फ वहां के अमेरिकी दूतावास में जा इस प्रक्रिया को पूरा किया जा सकेगा. वैसे इस सब के अलावा जो पहली बार अमेरिकी वीजा के लिए अप्लाई करेंगे, उनका खास इंटरव्यू लेने की तैयारी है. इसके साथ-साथ प्रक्रिया को कम समय में पूरा करने के लिए कांसुलर स्टाफ की संख्या बढ़ाने पर भी जोर दिया गया है.
वीजा देने में समस्या क्या?
दूतावास के अधिकारी ने जानकारी दी है कि अमेरिका इस समय भारतीयों को मिलने वाले यूएस वीजा को लेकर गंभीरता से सोच रहा है. अभी वीजा मिलने में जो कई दिनों का वक्त लग जाता है, उसे कम करना उसकी प्राथमिकता में शामिल है. यहां ये समझना जरूरी है कि भारत उन चुनिंदा देशों में शामिल है जहां से यूएस वीजा को लेकर मांग में जबरदस्त इजाफा देखने को मिला है. बड़ी बात ये है कि कोरोना के नियमों में जब से ढील दी गई है, ये ट्रेंड भी जोर पकड़ा है. लेकिन दिक्कत इस बात को लेकर है कि B1 और B2 कैटेगरी वीजा के लिए जो भी अप्लाई कर रहा है, उन्हें काफी समय इंतजार करना पड़ रहा है.