अफगानिस्तान से वापसी के बाद अमेरिका ने एक बार फिर इस क्षेत्र को लेकर अपनी रणनीति पर काम करना शुरू कर दिया है. अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन के मुताबिक, अमेरिका आने वाले दिनों में पाकिस्तान के साथ अपने रिश्तों का रिव्यू करने जा रहा है.
अमेरिकी संसद में अफगानिस्तान के मसले पर बहस के दौरान एंटनी ब्लिंकन ने कहा कि पाकिस्तान के हित के ऐसे कई मामले हैं, जिनका हमारे से विरोध होता है. ऐसे में आने वाले दिनों में इस बात को ज़रूर देखा जाएगा कि पाकिस्तान के साथ किस तरह के संबंध स्थापित किए जाते हैं.
एंटनी ब्लिंकन के मुताबिक, पाकिस्तान लगातार अफगानिस्तान के मसले में शामिल रहा, तालिबान के लोगों को पनाह देने में भी वह शामिल रहा. जब अमेरिकी संसद में सवाल उठा कि क्या अमेरिका पाकिस्तान के साथ अपने रिश्तों का रिव्यू करेगा, जो अमेरिकी विदेश मंत्री ने हां में जवाब दिया.
एंटनी ब्लिंकन के मुताबिक, पाकिस्तान ने पिछले 20 साल में जिस तरह का रोल प्ले किया और आने वाले वक्त में वह किस भूमिका में होगा, इस सबका रिव्यू किया जाएगा.
तालिबान का समर्थक है पाकिस्तान
गौरतलब है कि अमेरिका ने 30 अगस्त 2021 को पूरी तरह से काबुल से वापसी कर ली और अपनी 20 साल से जारी इस जंग का अंत किया. अमेरिका ने जब वापसी का ऐलान किया था, तब से ही तालिबान का कब्जा बढ़ रहा था और उसके जाते-जाते पूरा अफगानिस्तान तालिबान के पास था.
अगर पाकिस्तान की बात करें तो वह लंबे वक्त से खुले तौर पर तालिबान का समर्थन करता आया है, कई तालिबान के नेताओं को उसने पनाह दी और तालिबान के आतंकियों को ट्रेनिंग दी. यही वजह है कि अमेरिका जैसा देश भी अब पाकिस्तान को सख्त रुख से देख रहा है.
खास बात ये भी है कि जिस ओसामा बिन लादेन को मारने के लिए अमेरिका ने अफगानिस्तान में एंट्री ली थी, वह आखिरकार पाकिस्तान के एबटाबाद में ही मिला था.