अमेरिका के राष्ट्रपति बराक ओबामा ने इराक में इस्लामिक स्टेट (आईएस) के खिलाफ अभियान में इराकी सुरक्षा बलों को ट्रेनिंग देने और उपकरण संबंधी मदद बरकरार रखने का संकल्प लिया.
समाचार एजेंसी सिन्हुआ की रिपोर्ट के अनुसार, 'ओबामा और इराक के प्रधानमंत्री हैदर अल-अबादी के बीच मंगलवार को व्हाइट हाउस में हुई बैठक में इस्लामिक स्टेट का मुद्दा छाया रहा. अबादी अपने पहले अमेरिकी दौरे पर वाशिंगटन पहुंचे हैं.'
दोनों देशों की तरफ से जारी एक संयुक्त बयान में कहा गया है कि ओबामा ने इराकी सुरक्षा बलों को समर्थन और ट्रेनिंग जारी रखने का संकल्प लिया.
ओबामा ने कहा कि आतंकवादियों के कब्जे वाले इलाके से इन्हें हटाने में 'गंभीर प्रगति' दिखी है.
उन्होंने कहा, 'सफलता रातों रात नहीं मिलती, लेकिन जो चीज साफ दिख रही है, वह यह है कि हम सफल होंगे.'
संयुक्त बयान में अबादी ने आतंकवादी संगठन से मुक्त कराए गए इलाके को स्थिर करने के महत्व पर जोर दिया और इलाके को तत्काल और दीर्घकालीन रूप से स्थिर करने के लिए वाशिंगटन से सहायता और सहयोग की मांग की.
व्हाइट हाउस के अनुसार, अमेरिका नीत गठबंधन सेना ने इस्लामिक स्टेट पर पिछले आठ महीनों में 1,900 से अधिक हवाई हमले किए हैं, जिससे इराक के सुरक्षा बल आतंकवादियों के कब्जे से 25-30 फीसदी इलाका मुक्त करा चुके हैं. इन इलाकों में मोसुल, डैम, सिनजार पहाड़ी, दियाला और तिकरित भी शामिल हैं.
इराकी सुरक्षा बलों ने कबायली मिलिशिया से हाथ मिलाया है और पश्चिमी प्रांत अनबार में आतंकवाद विरोधी अभियान शुरू किया है.
ओबामा प्रशासन ने 2014 की समाप्ति के बाद से अब तक इराक को 10 करोड़ राउंड गोलियां, 62,000 छोटी हथियार प्रणाली, 1700 हेलफायर मिसाइल और छह एम1ए1 टैंक उपलब्ध कराए हैं.
वाशिंगटन अभी एफ-16 लड़ाकू विमान की आपूर्ति करने और 30 इराकी पायलट को प्रशिक्षित करने पर भी काम कर रहा है.