इराक की राजधानी बगदाद में अमेरिकी हवाई हमले के बाद से खाड़ी क्षेत्र में तनाव गहरा गया है. इस हमले के बाद से अमेरिका और ईरान के बीच जंग के हालात पैदा हो गए हैं. इसके बाद से यह सवाल उठ रहे हैं कि क्या अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने दोबारा चुनाव जीतने के लिए बगदाद में हवाई हमला कराया और ईरान के इस्लामिक रिवोल्यूशनरी गार्ड कॉर्प्स (आईआरजीसी) कुद्स फोर्स के प्रमुख जनरल कासिम सुलेमानी को ढेर कराया?
इसकी वजह यह है कि अमेरिका ने बगदाद पर उस समय हवाई हमला किया है, जब अमेरिका में राष्ट्रपति चुनाव की तैयारियां शुरू होने वाली हैं. अमेरिका में इस साल चुनाव कराए जाएंगे. इसके अलावा डोनाल्ड ट्रंप के कुछ ट्वीट्स सामने आए हैं, जिनमें उन्होंने अमेरिकी राष्ट्रपति का चुनाव जीतने का फॉर्मूला ईरान के साथ जंग शुरू करने को बताया था.
अमेरिका के राष्ट्रपति बनने से पहले साल 2011 और 2012 में डोनाल्ड ट्रंप ने ट्वीट्स करके कहा था कि तत्कालीन अमेरिका के राष्ट्रपति बराक ओबामा दोबारा से चुनाव जीतने के लिए ईरान के साथ युद्ध शुरू कर सकते हैं.
In order to get elected, @BarackObama will start a war with Iran.
— Donald J. Trump (@realDonaldTrump) November 29, 2011
डोनाल्ड ट्रंप ने 30 नवंबर 2011 को ट्वीट पर लिखा था, ‘अमेरिका के राष्ट्रपति बराक ओबामा चुनाव जीतने के लिए ईरान के साथ जंग शुरू करेंगे. इसके बाद 18 जनवरी 2012 को ट्वीट कर ट्रंप ने फिर कहा था, ‘बराक ओबामा दोबारा से अमेरिका के राष्ट्रपति का चुनाव जीतने के लिए ईरान पर हमला करेंगे.’
@BarackObama will attack Iran in order to get re-elected.
— Donald J. Trump (@realDonaldTrump) January 17, 2012
क्या ट्रंप ने चुनाव जीतने के लिए ईरान को उकसाया?
अमेरिका के राष्ट्रपति चुने जाने के पहले डोनाल्ड ट्रंप द्वारा किए गए ट्वीट्स के सामने आने के बाद से इन सवालों ने जोर पकड़ लिया है कि क्या ईरान के जनरल सुलेमानी को निशाना बनाना डोनाल्ड ट्रंप की सोची समझी चुनावी रणनीति का हिस्सा था? क्या अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप ने महाभियोग से बचने व दोबारा से चुनाव जीतने के लिए बगदाद पर हमला कराया है और ईरान को जंग के लिए उकसाया है?
ईरान ने कहा- जनरल सुलेमानी की मौत का लेंगे बदला
वहीं, ईरान ने बगदाद पर हुए अमेरिकी हवाई हमले में अपने जनरल कासिम सुलेमानी की मौत का बदला लेने का ऐलान किया है. ईरान के सर्वोच्च नेता अयातुल्ला सैय्यद अली खुमैनी ने कहा कि पृथ्वी के सबसे क्रूर लोगों ने उस कमांडर सुलेमानी की हत्या कर दी, जिसने दुनिया की बुराइयों और डकैतों के खिलाफ बहादुरी से लड़ाई लड़ी.
उन्होंने कहा, 'सुलेमानी की मौत से उनका मिशन नहीं रुकेगा, लेकिन जिन अपराधियों ने उनकी और अन्य शहीदों के खून से अपने हाथ रंगे हैं, उन्हें जरूर एक जबरदस्त बदले और अंजाम भुगतने की प्रतीक्षा करनी चाहिए. जंग और अंतिम जीत की उपलब्धि हत्यारों और अपराधियों की जिंदगी को और दुश्वार बना देगी.'
इसके अलावा ईरान के इस्लामिक रिवोल्यूशनरी गार्ड कॉर्प्स ने बयान जारी कर बताया कि अमेरिकी हवाई हमले में हशद शाबी या इराकी पॉपुलर मोबलाइजेशन फोर्सेज के डिप्टी कमांडर अबू महदी अल-मुहांदिस भी सुलेमानी के साथ मारे गए. इस बयान में कहा गया कि अमेरिका ने बगदाद इंटरनेशनल एयरपोर्ट रोड पर अबू महदी अल-मुहांदिस के वाहन को निशाना बनाया.