चीन ने दक्षिण चीन सागर में द्वीपों के उपर दो बी-52 बमवर्षक विमानों की उड़ान से अमेरिका पर गंभीर सैन्य उकसावे का आरोप लगाया है. इससे विवादित क्षेत्र को लेकर दोनों देशों के बीच तनाव भड़क सकता है.
दो अमेरिकी बमवषर्क विमानों ने 10 दिसंबर को स्पार्टली द्वीप की रीफ के निकट वायु क्षेत्र में उड़ान भरी, जिसपर चीन और वियतनाम अपना अपना दावा जताते हैं. चीनी रक्षा मंत्रालय ने एक बयान में कहा कि द्वीप और रीफ पर तैनात सैन्यकर्मियों को पूरी तरह चौकस कर दिया गया और विमान को चले जाने के लिए आगाह किया गया. बयान में कहा गया, ‘10 दिसंबर की सुबह दो अमेरिकी बी-52 बमवषर्क विमान चीनी ननसा द्वीप और पास के वायु क्षेत्र में बिना अनुमति के घुस आया.’ इसमें कहा गया , ‘यह रवैया गंभीर सैन्य उकसावा है जो दक्षिण चीन सागर में सामान्य हालात को खराब कर क्षेत्र में सैन्यीकरण को बढ़ावा देगा.’
गौरतलब है कि चीन समूचे दक्षिण चीन सागर पर अपना दावा जताता है. हालांकि फिलीपीन, वियतनाम, मलेशिया, ब्रुनेई और ताइवान चीन के दावों पर कड़ी प्रतिक्रिया व्यक्त करते रहे हैं. पेंटागन ने कहा कि बी-2 बमवषर्क का दक्षिण चीन सागर में चीन के कृत्रिम द्वीप के दो समुद्री मील के भीतर उड़ना अनजाने में हुआ और मामले की जांच के आदेश दे दिए हैं. पेंटागन के प्रवक्ता कमांडर बिल अर्बन ने कहा, ‘इस अभियान के लिए 12 समुद्री मील के भीतर उड़ान भरने का कोई इरादा नहीं था.’