अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और उत्तर कोरिया के सुप्रीम लीडर किम जोंग-उन के बीच प्रस्तावित बातचीत पर दुनिया भर की निगाह लगी हुई है. इस मुलाकात से सभी को सकारात्मक नजीते सामने आने की उम्मीद है, लेकिन इससे पहले अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने बड़ा बयान दिया है.
उन्होंने कहा कि उत्तर कोरिया के सुप्रीम लीडर किम जोंग-उन के साथ उनकी मुलाकात या तो विफल साबित होगी और बिना किसी नतीजे के समाप्त हो जाएगी या फिर यह दुनिया के लिए सबसे बड़ी डील साबित होगी. अगर यह बातचीत सफल रही, तो इसके सकारात्मक नजीते सामने आएंगे और अमेरिका व उत्तर कोरिया के बीच तनाव भी कम होगा.
शनिवार को वेस्टर्न पेंसिलवेनिया में रिपब्लिकन कांग्रेसनल कैंडिडेट रिक सैकोन के पक्ष में चुनावी रैली को संबोधित करते हुए ट्रंप ने कहा, ''अगर मुझे लगा कि किम जोंग-उन के साथ बातचीत में प्रगति संभव नहीं है, तो मैं फौरन उसे छोड़ दूंगा.'' हालांकि उन्होंने यह भी कहा कि उत्तर कोरिया शांति चाहता है और किम जोंग-उन के साथ उनकी ऐतिहासिक वार्ता सफल रहेगी. ट्रंप ने कहा कि उनको लगता है कि शांति स्थापित करने और दोनों देशों के बीच तनाव कम करने के लिए यह उपयुक्त समय है.
मई के आखिरी तक मुलाकात होने की उम्मीद
फिलहाल दोनों नेताओं की मुलाकात का समय और स्थान तय नहीं हुआ है, लेकिन माना जा रहा है कि मई के आखिरी तक यह मुलाकात हो सकती है. ट्रंप उन्होंने कहा, "मुझे उम्मीद है कि वो इस बीच मिसाइलें नहीं दागेंगे और परमाणु निरस्त्रीकरण पर विचार करेंगे."
उत्तर कोरिया करने जा रहा है बहुत अच्छा कामः ट्रंप
पेनसिलवेनिया में आयोजित एक रैली में अपने मरीन वन हेलीकॉप्टर से रवानगी से पहले ट्रंप ने संवाददाताओं से कहा, ‘‘मैं मानता हूं कि उत्तर कोरिया बहुत अच्छा करने जा रहा है. इसमें शानदार सफलता मिलेगी. हमें काफी समर्थन मिला है.’’ ट्रंप ने उत्तर कोरिया के मामले में चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग और जापान के प्रधानमंत्री शिंजो आबे से मिल रहे सहयोग की भी सराहना की. अमेरिकी राष्ट्रपति ने कहा कि उनको इस बैठक को लेकर चीन और जापान के नेताओं से प्रोत्साहन मिल रहा है.
अमेरिकी राष्ट्रपति ने सहयोग के लिए चीन और जापान की तारीफ की
अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप ने ट्वीट किया, "चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग और मैंने किम जोंग-उन से मुलाकात के बारे में विस्तार से बात की. राष्ट्रपति शी ने मुझे बताया कि वह इस बात की सराहना करते हैं कि अमेरिका इस समस्या को कूटनीतिक तौर पर सुलझाने का प्रयास कर रहा है. चीन का सहयोगात्मक रवैया बरकरार है." ट्रंप ने लिखा कि जापान के प्रधानमंत्री शिंजो आबे से बात की, जो उत्तर कोरिया से बातचीत को लेकर बेहद उत्साही हैं."