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बाइडेन बोले- 'वेट कीजिए, तालिबान के साथ क्या करते हैं चीन-PAK-रूस, देखना इंटरेस्टिंग होगा'

तालिबान पर अमेरिका ने अपनी ओर से कुछ प्रतिबंध लगाए हुए हैं लेकिन इसका फायदा चीन, रूस और पाकिस्तान जैसे देश उठा रहे हैं. तीनों की ओर से तालिबान के साथ संबंध बनाने की कोशिश की जा रही है, अब इसी को लेकर अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन का कहना है कि सभी को इंतज़ार करना चाहिए और देखना चाहिए.

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अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन (फोटो: रॉयटर्स)
अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन (फोटो: रॉयटर्स)
स्टोरी हाइलाइट्स
  • तालिबान की सरकार पर जो बाइडेन का बयान
  • रूस-चीन-पाकिस्तान पर नज़र जरूरी: बाइडेन

अमेरिका के अफगानिस्तान छोड़ने के बाद तालिबान ने वहां पर कब्जा कर लिया. तालिबान पर अमेरिका ने अपनी ओर से कुछ प्रतिबंध लगाए हुए हैं लेकिन इसका फायदा चीन, रूस और पाकिस्तान जैसे देश उठा रहे हैं. तीनों की ओर से तालिबान के साथ संबंध बनाने की कोशिश की जा रही है, अब इसी को लेकर अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन का कहना है कि सभी को इंतज़ार करना चाहिए और देखना चाहिए.

जो बाइडेन का कहना है कि उन्हें मालूम था कि हमारे जाने के बाद चीन तालिबान के साथ बात करने की कोशिश करेगा. चीन को तालिबान से काफी दिक्कत है, इसलिए वह अभी से ही उससे संबंध स्थापित करना चाहता है. चीन ही नहीं बल्कि रूस, पाकिस्तान और ईरान भी ऐसा ही कर रहे हैं. हर देश यही सोच रहा है कि वह अब क्या करें.

अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन बोले कि अभी देखिए और इंतज़ार कीजिए, क्योंकि ये दिलचस्प होगा कि ये देश क्या करते हैं. 

आपको बता दें कि अमेरिका समेत जी-7 के कुछ देशों ने तालिबान के साथ बात जरूर की है, लेकिन वो हवाई मार्ग चालू करने और अन्य मुद्दों से जुड़ी है. तालिबान ने अभी अफगानिस्तान के रिजर्व फंड पर रोक लगा दी है ताकि तालिबान उसका इस्तेमाल ना कर पाए. 

वहीं, दूसरी तरफ चीन, रूस, पाकिस्तान जैसे देश लगातार तालिबान से करीबी संबंध बनाने में जुटे हैं. चीन की ओर से पहले ही तालिबान को आर्थिक मदद देने का ऐलान किया गया है, तालिबान ने भी चीन को अपना महत्वपूर्ण साथी बताया है. 

वहीं, पाकिस्तान तो पहले ही तालिबान के साथ खुलकर आ चुका है. तालिबान ने अपनी सरकार गठन के कार्यक्रम में भी रूस, पाकिस्तान, चीन, ईरान जैसे देशों को न्योता भेजा है. इन देशों की किसी ना किसी तरह अमेरिका के साथ अदावत रहती ही है. 

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(रॉयटर्स से इनपुट)

 

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