अमेरिका के लिए एक खतरनाक संकेत है कि उसकी सेना में शामिल जवान अपनी उम्र के नागरिकों के मुकाबले तीन गुना सेक्स संबंधी परेशानी का सामना कर रहे हैं. ऐसे जवान उत्तेजना में कमी के शिकार होते हैं.
इस संबंध में किए गए अध्ययन के मुताबिक आघात से उत्पन्न तनाव संबंधी विकृति (पीटीएसडी) की शिकायत करने वाले सैनिकों से 30 गुना उत्तेजना में कमी की शिकायत और छह गुना यौन निष्क्रियता की शिकायत की संभावना बनी रहती है.
दक्षिणी कैलिफोर्निया विश्वविद्यालय में सहायक अनुसंधान प्रोफेसर शेर्रिए विलकॉक्स ने कहा, 'यह साफ है कि मनोवैज्ञानिक तथ्यों और यौन सक्रियता में मजबूत संबंध है. खास तौर से मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य परेशानी का यौन सक्रियता संबंधी परेशानी से गहरा संबंध होता है.'
शोध करने वालों ने पाया कि 40 वर्ष और उससे कम उम्र के 367 सक्रिय जवानों में उत्तेजना में कमी, जबकि 8.4 प्रतिशत में यौन निष्क्रियता है. 6 प्रतिशत न्यून यौन क्षमता और स्खलन संबंधी समस्या के शिकार हैं.
उधर, पेंटागन ने अध्ययन के इस निष्कर्ष को खारिज किया है. यह अध्ययन जर्नल ऑफ सेक्सुअल मेडिसिन में प्रकाशित हुआ है.