आतंकवाद का पालन-पोषण करने के लिए तो पाकिस्तान पूरी दुनिया के सामने बदनाम है ही, साथ ही उसकी परमाणु शक्ति भी बेहद घातक है. अमेरिका के एक थिंक-टैंक ने अपनी रिपोर्ट में ऐसी आशंका जाहिर की है.
रिपोर्ट में थिंक टैंक ने कहा है कि पाकिस्तान के परमाणु हथियार ना सिर्फ क्षेत्र की सुरक्षा के लिए खतरनाक हैं बल्कि वह लड़ाई को न्यूक्लियर वॉर तक भी ले जा सकता है.
अटलांटिक काउंसिल ने अपनी रिपोर्ट 'एशिया इन सेकेण्ड न्यूक्लियर एज' में कहा है कि ऐसा मालूम पड़ता है कि पाकिस्तान ने अभी तक अपनी परमाणु हथियार योजना का संचालन शुरू नहीं किया है.
इस महीने जारी रिपोर्ट में संस्था ने कहा है, 'पाकिस्तान का परमाणु हथियार कार्यक्रम रक्षा और सुरक्षा के कारणों से खतरनाक है और इसलिए भी खतरनाक है कि वह एक सामान्य लड़ाई को नाभिकीय युद्ध बनाने का सबसे सटीक रास्ता है. ऐसा मालूम नहीं होता है कि पाकिस्तान ने अभी तक अपनी परमाणु हथियार योजना का संचालन शुरू किया है.'
रिपोर्ट में कहा गया है कि क्षेत्र में सबसे बड़ा खतरा अत्याधुनिक और विविध परमाणु हथियारों से नहीं है बल्कि यह खतरा उनकी सुरक्षा कर रहे संस्थानों की स्थिरता को लेकर है.
उसमें कहा गया है, 'इस संबंध में, भविष्य में पाकिस्तान की स्थिरता का कयास लगाना आसान नहीं है.' पिछले चार दशकों में चरमपंथी जिहादी तत्वों के माध्यम से अफगानिस्तान और भारत में अशांति फैलाने की पाकिस्तान के प्रयासों से उसे भी तगड़ा झटका लगा है.