
अफगानिस्तान पर तालिबान के कब्जा जमाने के बाद हालात खराब होते जा रहे हैं. सिर्फ पंजशीर प्रांत को छोड़कर बाकी अन्य प्रांतों पर तालिबानी लड़ाकों का कब्जा हो गया है. 15 अगस्त को काबुल पर कब्जा करने के बाद राष्ट्रपति अशरफ गनी देश छोड़कर चले गए थे. उप-राष्ट्रपति अमरुल्ला सालेह अब भी तालिबान से लोहा ले रहे हैं और पीछे हटने को बिल्कुल भी तैयार नहीं हैं. गनी के देश से भागने के बाद सालेह ने संविधान के अनुसार, खुद को अफगानिस्तान का केयरटेकर राष्ट्रपति घोषित कर दिया था. हालांकि, कई दिनों तक सालेह सामने नहीं आए और पर्दे के पीछे रहकर ही तालिबानी लड़ाकों के खिलाफ रणनीति बनाते रहे. सालेह के फोटोज और वीडियो सामने आए हैं, जिसमें वह वॉलीबॉल खेलते दिख रहे हैं.
पंजशीर घाटी में वॉलीबॉल खेल रहे सालेह
तालिबानी लड़ाकों से निपटने के लिए पंजशीर प्रांत की फौज पूरी तरह से तैयार है. इसी घाटी में पंजशीर के शेर कहे जाने वाले अहमद मसूद और अमरुल्ला सालेह भी मौजूद हैं. तालिबान के खिलाफ लगातार रणनीति बनाई जा रही है. सोमवार को सामने आए सालेह के नए वीडियो में वह काफी खुश दिखाई दे रहे हैं. वह स्थानीय बच्चों के साथ वॉलीबॉल खेलते दिख रहे हैं. पंजशीर प्रोविनेंस ने ट्विटर अकाउंट पर यह वीडियो पोस्ट किया है. वीडियो में सालेह के आसपास खेलते बच्चों के अलावा, उनकी सिक्योरिटी में तैनात जवान भी दिखाई दे रहे हैं.
Watch this video who is playing?
— Panjshir_Province (@PanjshirProvin1) August 22, 2021
You might know him #panjshir is peaceful & United pic.twitter.com/gS0wtXnle4
तालिबान के सामने हार मानने को तैयार नहीं पंजशीर की सेना
तालिबान के सामने किसी भी सूरत में पंजशीर की अफगान सेना हार मानने को तैयार नहीं है. उनके पास अत्याधुनिक हथियार मौजूद हैं, जिससे वह तालिबानी लड़ाकों के सामने जल्द घुटने टेकती हुई नहीं दिख रही है. उधर, अहमद मसूद ने एक इंटरव्यू में सरेंडर करने से इनकार कर दिया है.
तालिबान ने मसूद को चार घंटे का अल्टीमेटम भी दिया था, जोकि अब बीत चुका है. तालिबान पंजशीर पर कब्जा जमाने के लिए वहां पहुंच चुका है और दावा किया है कि उसने कई दिशाओं से पंजशीर को घेर रखा है. हालांकि, तालिबान का कहना है कि बातचीत के जरिए से पूरे मुद्दे का हाल निकाला जाना चाहिए.