नवनियुक्त महासचिव एंटोनियो गुतेरस ने सोमवार को संयुक्त राष्ट्र महासचिव पद की शपथ ली. एंटोनियो गुटेरेस 1 जनवरी से पद को संभालेंगे, एंटोनियो मौजूदा महासचिव बान की मून की जगह लेंगे. बान की मून का कार्यलय 31 दिसंबर को पूरा होगा, गुतेरस संयुक्त राष्ट्र के नौंवे महासचिव बने हैं.
नए संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंटोनियो गुतेरस ने वैश्विक संकटों से निपटने के लिए 71 वर्षीय इस वैश्विक निकाय की क्षमता सुधारने के वास्ते उसमें सुधार करने, उसे विकेंद्रीकृत करने एवं लचीला बनाने का निश्चय किया.
संयुक्त राष्ट्र महासभा के अध्यक्ष जॉन विलियम ऐश द्वारा महासचिव पद की शपथ दिलाये जाने के बाद गुतेरस ने 193 सदस्य राष्ट्रों को सांबेधित किया और कहा कि इस वैश्विक निकाय को विकेंद्रीकरण एवं अपनी नौकरशाही को लचीला बनाने के लिए काम करना चाहिए.
उन्होंने महासभा से कहा कि यदि उसे क्षेत्र में स्टाफ सदस्य को तैनात करने में नौ महीने लग जाते हैं तो इससे किसी का फायदा नहीं है. संयुक्त राष्ट्र को फुर्तीला, कार्यकुशल एवं प्रभावी होने की जरूरत है. उसे प्रक्रिया पर कम, सेवाओं की आपूर्ति पर ज्यादा ध्यान देना चाहिए, नौकरशाही पर कम और लोगों पर अधिक बल देना चाहिए.
गुतेरस बोले कि यह संगठन बहुपक्षीयता में अहम है और उसने दशकों की सापेक्षिक शांति में योगदान दिया लेकिन चुनौतियां उनसे निपटने की हमारी क्षमता से आगे निकल रही हैं. संयुक्त राष्ट्र को बदलाव के लिए तैयार रहना चाहिए.
उन्हें महासभा ने सर्वसम्मति से बान का उत्तराधिकारी नियुक्त किया था, पंद्रह सदस्यीय सुरक्षा परिषद ने अक्टूबर में इस पद के लिए उनका नाम सर्वसम्मति से अंतिम मंजूरी के लिए महासभा के पास भेजने का फैसला किया था.