दुनिया की बड़ी कंपनियों में शुमार एप्पल और गूगल सहित चार टेक कंपनियां एक केस को आपसी बातचीत से सुलझाने के लिए करीब 18,500 करोड़ रुपये चुकाने के लिए राजी हो गई हैं. आरोप था कि इन कंपनियों ने आपसी समझौते कर यह षड्यंत्र रचा था कि वो एक-दूसरे के टेक कर्मचारियों को अपनी कंपनी में रिक्रूट नहीं करेंगे, जिससे इन कर्मचारियों की सेलरी नहीं बढ़ पाएगी.
इस मामले का खुलासा उस ई-मेल के लीक होने से हुआ, जो एप्पल के पूर्व प्रमुख स्टीव जॉब्स ने गूगल के सीईओ एरिक स्मिट और सिलिकॉन वैली के कुछ कंपनियों के मालिकों को भेजी गई थी.
इस खुलासे के बाद सिलिकॉन वैली के करीब 64,000 टेक कर्मचारियों ने एप्पल, गूगल, एडॉब और इंटेल के खिलाफ मुकादमा दर्ज कराया, जिसकी सुनवाई इस साल के मई में शुरू होनी थी. लेकिन ट्रायल शुरू होने के पहले ही इन कंपनियों ने मामले को टेक कर्मचारियों के साथ समझौता कर सुलझा लिया है. इस समझौते के तहत ये कंपनियां टेक कर्मचारियों को करीब 18,500 करोड़ अदा करेंगी.
बताया जा रहा है कि अगर इस मामले को कानूनी तौर पर अदालत में सुलझाया जाता, तो इन कंपनियों को करीब 55,550 करोड़ रुपये देने पड़ते. इसलिए इन कंपनियों ने मामले को कोर्ट के बाहर सुलझाना ही बेहतर समझा.