scorecardresearch
 

अपने ही घर में नजरबंद भगोड़ा जनरल मुशर्रफ

पाकिस्तान के पूर्व राष्ट्रपति मुशर्रफ को घर में नजरबंद कर दिया गया है. इस्लामाबाद पुलिस ने मुशर्रफ की गिरफ्तारी की जानकारी रोजनामचे में दर्ज कर ली है. इस्लामाबाद के चीफ कमिश्रनर तारिक पीरजादा ने मुशर्रफ के घर को जेल में तब्दील कर दिया है.

Advertisement
X
परवेज मुशर्रफ
परवेज मुशर्रफ

पाकिस्तान के पूर्व राष्ट्रपति मुशर्रफ को घर में नजरबंद कर दिया गया है. इस्लामाबाद पुलिस ने मुशर्रफ की गिरफ्तारी की जानकारी रोजनामचे में दर्ज कर ली है. इस्लामाबाद के चीफ कमिश्रनर तारिक पीरजादा ने मुशर्रफ के घर को जेल में तब्दील कर दिया है.

Advertisement

परवेज मुशर्रफ की आजादी अब कुछ ही पलों की बची हुई है. सुप्रीम कोर्ट ने भी उनकी गिरफ्तारी रोकने की अपील खारिज कर दी थी. इसके पहले गुरुवार सुबह इस्लामाबाद हाईकोर्ट ने 2009 में 60 जजों को नजरबंद बनाने के मामले में उनकी गिरफ्तारी के आदेश दिए थे. इस फैसले के बाद ही मुशर्रफ अदालत से फरार हो गए थे. 15 साल पहले परवेज़ मुशर्रफ ने सेना की बंदूक के दम पर सियासत को बेचारा, बेबस और बुद्धू बनाया था लेकिन आज मुशर्रफ की मुट्ठी में अपील, इंतज़ार और अंधकार के सिवा कुछ भी नहीं.

पाकिस्तान को अपनी ऊंगली पर नचाने वाला सत्तर साल का जनरल सत्ता का स्वाद चखने आया था लेकिन समय के घूमते चक्र ने उसे विश्व सैन्य इतिहास के सबसे कायर जनरलों की कतार में खड़ा किया है. परवेज़ जो परिस्थितियों के सामने पीठ दिखाकर छिप गया अपने बर्बाद हो चुके बंकर में. ज़म्मूहरियत के आईने में इस जनरल को पहली बार जनता की ताक़त के सामने अपना बिल्ला बहुत बेबस नज़र आया होगा.

Advertisement

मुशर्रफ इस्लामाबाद के बाहरी इलाके में स्थित अपने फार्महाउस में मौजूद हैं. उनके साथ कानूनी विशेषज्ञ भी हैं. मुशर्रफ को उनके फार्महाउस में ही नजरबंद बनाने की तैयारी चल रही है. मुशर्रफ की सुरक्षा को वहां से हटाया जा रहा है और स्थानीय पुलिस ने फार्महाउस को घेर लिया है.

परवेज मुशर्रफ की गिरफ्तारी का आदेश जजों को नजरबंद किए जाने के मामले में आया है. गिरफ्तार किए जाने की सूरत में मुशर्रफ का पाकिस्तान की राजनीति में वापसी करने का सपना चकनाचूर हो सकता है. इससे पहले 12 अप्रैल को ही मुशर्रफ आपातकाल से संबंधित आरोपों का जवाब देने के लिए इस्लामाबाद की अदालत में पेश हुए थे.

मुशर्रफ के खिलाफ 'गीदड़ भागा' के नारे
पूर्व राष्‍ट्रपति परवेज मुशर्रफ के कोर्ट पहुंचने बाद वकीलों ने जमकर हंगामा किया. उन्होंने मुशर्रफ के खिलाफ जमकर नारे लगाए. खबरों के मुताबिक वकील मुशर्रफ के विरोध में 'गीदड़ भागा' जैसे नारे लगाते हुए सुने गए.

क्‍या है पूरा मामला...
पाकिस्तान के पूर्व राष्ट्रपति परवेज मुशर्रफ के खिलाफ ये मामला जजों को नजरबंद करने से जुड़ा है. नवंबर 2007 में मुशर्रफ ने 60 जजों को नजरबंद करवा दिया था. पाकिस्तान के चीफ जस्टिस इफ्तेखार मुहम्मद चौधरी भी नजरबंद किए गए जजों में शामिल थे.

अगस्त 2009 में चौधरी मुहम्मद गुलाम नाम के एक वकील ने मुशर्रफ के खिलाफ़ एफआईआर लिखाई थी और उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई की मांग की थी.

Advertisement

जब मुशर्रफ पाकिस्तान से बाहर थे तब इसी मामले में निचली अदालत ने मुशर्रफ के खिलाफ गिरफ्तारी वारंट जारी किया था और कई आदेशों के बाद भी अदालत में पेश न होने पर उन्हें भगोड़ा घोषित कर दिया था और अदालत ने पिछले साल 19 दिसंबर को मुशर्रफ के नाम वारंट जारी किया था.

मुशर्रफ के वकील ने अदालत को बताया था कि देश से बाहर होने के कारण वह अदालत में पेश नहीं हो सकते. बाद में मुशर्रफ को अस्थायी जमानत मिल गई और इस्लामाबाद हाईकोर्ट ने उनकी जमानत अवधि 18 अप्रैल तक बढ़ा दी थी.

पिछले हफ्ते 12 अप्रैल को मुशर्रफ ने इस्लामाबाद हाईकोर्ट से गुहार लगाई तो उन्हें 6 दिनों की राहत मिल गई. आज हाईकोर्ट ने मुशर्रफ की अर्जी खारिज कर दी और उनकी गिरफ्तारी का फरमान जारी कर दिया.

गौरतलब है कि मुशर्रफ देश पर आपातकाल थोपने, देशद्रोह, पूर्व प्रधानमंत्री बेनजीर भुट्टो की हत्या और बलूच नेता नवाब अकबर बुगती की 2006 में हुई हत्या के आरोपों का सामना कर रहे हैं.

Advertisement
Advertisement