पाकिस्तान की एक आतंकवाद निरोधक अदालत ने पाकिस्तान तालिबान प्रमुख मुल्ला फजलुल्ला समेत आठ लोगों के खिलाफ गैर जमानती वारंट जारी किया है. इन लोगों के खिलाफ जून में कराची हवाई अड्डे पर आतंकवादी हमले के मामले में गैर जमानती वारंट जारी किया गया.
कराची की एक आतंकवाद निरोधक अदालत ने शनिवार को फजलुल्ला, पूर्व टीटीपी प्रवक्ता शाहिदुल्ला शाहिद और छह अन्य के खिलाफ गिरफ्तारी वारंट जारी किया. 'एक्सप्रेस ट्रिब्यून' की रिपोर्ट के अनुसार अदालत ने पुलिस के आरोप पत्र दायर करने के बाद वारंट जारी किया.
कराची हवाई अड्डे के पुराने टर्मिनल को आतंकवादियों ने आठ जून को घेर लिया था. पूरी रात चली मुठभेड़ में 10 आतंकवादियों समेत कम से कम 37 लोग मारे गए थे.
तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान (टीटीपी) के प्रवक्ता शाहिदुल्ला शाहिद ने देश के सबसे बड़े हवाई अड्डे पर दुस्साहसिक हमले की जिम्मेदारी ली थी. उसने कहा था कि यह हमला टीटीपी के पूर्व प्रमुख हकीमुल्ला महसूद की हत्या का बदला लेने के लिए किया गया था. महसूद इस साल की शुरूआत में अमेरिकी ड्रोन हमले में मारा गया था.
आतंकवादियों ने हवाई अड्डे के बाहर एक सुरक्षा चौकी पर एक ही दिन बाद एक और हमला किया था. उस हमले में कोई हताहत नहीं हुआ था.
इससे पहले, अक्टूबर में अलकायदा, लश्कर-ए-झांगवी और हरकत उल जिहाद-ए-इस्लामी संगठनों से जुड़े चार संदिग्धों को कराची के विभिन्न हिस्सों में छापेमारी के दौरान गिरफ्तार किया गया था.
अपराध जांच विभाग के कार्यवाहक उपमहानिरीक्षक साकिब इस्माइल मेमन के मुताबिक गिरफ्तार संदिग्ध हमलावरों को साजो-सामान मुहैया कराते थे.
आपको बता दें कि बीते 16 दिसंबर को पेशावर में स्कूल पर हुए आतंकी हमले के बाद पाकिस्तान ने आतंकवादियों के खिलाफ कार्रवाई तेज कर दी है. पाकिस्तानी तालिबान ने पेशावर हमले की जिम्मेदारी ली थी जिसमें 140 से ज्यादा लोग मारे गए थे. इनमें अधिकतर बच्चे थे.