फेसबुक से शुरुआती चरण में जुड़े रहे मामूली लोगों की भी अब पांचों उंगलियां घी में हैं. एक कारीगर हैं डेविड चो. 2005 में उन्होंने फेसबुक इनकॉरपोरेशन के ऑफिस में कलाकृतियां पेंट की थीं. इसके मेहनताने के तौर पर उन्हें कंपनी के कुछ शेयर मिले थे. इन शेयरों की कीमत अब 20 करोड़ डॉलर यानी 1200 करोड़ रुपये से ज्यादा हो गई है.
'वैल्यूवॉक डॉट कॉम' की खबर के मुताबिक, डेविड चो ने तब इस काम के लिए 60 हजार डॉलर मांगे थे. एक 'स्टार्टअप कंपनी' के तौर पर फेसबुक यह भुगतान करने में असमर्थ थी. लिहाजा चो को मेहनताने के रूप में शेयर लेने के लिए फेसबुक के फाउंडर प्रेसिडेंट शीन पार्कर ने मनाया.
चो बताते हैं कि तब पार्कर एक पतला-दुबला पढ़ने-लिखने वाला बच्चा था. चो के मुताबिक, पार्कर ने कहा कि वह कंपनी के लिए निवेश जुटाने की कोशिश कर रहा है. फेसबुक के शेयर की कीमत तब दो कौड़ी भी नहीं थी. फिर भी चो को पार्कर पर भरोसा था कि वह जरूर कुछ बड़ा करेगा.
पार्कर की मेहनत रंग लाई और फेसबुक में पेपाल के को-फाउंडर पीटर थील और लिंक्डइन कॉरपोरेशन के को-फाउंडर रीड हॉफमैन ने निवेश किया. चो ने कहा, 'मुझे पार्कर पर भरोसा था. फेसबुक से मुझे कोई मतलब नहीं था.'
(इनपुट: IANS)