पाकिस्तान के पूर्व राष्ट्रपति परवेज मुशर्रफ ने भारत को चेतावनी देने के अंदाज में कहा है कि न तो पाकिस्तान की फौज ने चूड़ियां पहन रखी हैं, न ही वह म्यांमार है.
पाकिस्तान ने कहा है कि भारत को इस्लामाबाद के बारे में कोई गलतफहमी नहीं होनी चाहिए. पाकिस्तान ने एक आधिकारिक बयान में भी कहा है कि म्यांमार की तुलना में पाकिस्तान अलग है.
भारतीय सेना ने मंगलवार को म्यांमार की सीमा में घुसकर कई उग्रवादियों को मार गिराया था. माना जा रहा है कि मारे गए उग्रवादी चार जून को मणिपुर में सेना के काफिले पर घात लगाकर हमला करने की वारदात में शामिल थे. इस हमले में भारत के 18 जवान शहीद हो गए थे.
समाचार पत्र 'डॉन' की रिपोर्ट के मुताबिक, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी समेत भारत के नेताओं द्वारा हाल में दिए गए बयानों पर प्रतिक्रिया देते हुए पाकिस्तान के आंतरिक मंत्री चौधरी निसार अली खान ने कहा कि पाकिस्तान के सुरक्षा बल किसी भी विदेशी हमले का जवाब देने में पूरी तरह से सक्षम हैं और भारत के नेताओं को दिन में सपने देखना छोड़ देना चाहिए.
प्रधानमंत्री मोदी ने अपनी बांग्लादेश की पहली आधिकारिक यात्रा के दौरान रविवार को ढाका में कहा था कि बांग्लादेश का गठन हर एक भारतीय का सपना था और यही कारण है कि भारत के सुरक्षा बलों ने मुक्ति सेना के साथ मिलकर लड़ाई लड़ी, जिससे एक नया देश बना.
आतंरिक मंत्रालय ने अपने बयान में कहा कि पूर्व में भारत के मंसूबे कामयाब रहे होंगे, लेकिन भविष्य में वे ऐसा नहीं कर सकते.
इससे पहले बुधवार को पाकिस्तान के रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ ने कहा था कि भारतीय प्रधानमंत्री का बयान पुराने जख्मों को कुरेदने वाला है. उन्होंने कहा कि मोदी के बयान से दोनों देशों के बीच बातचीत के माहौल में खटास आ गई है.
आसिफ ने कहा कि सरकार राष्ट्र की रक्षा करेगी और अगर भारत ने पाकिस्तान को सबक सिखाने की बात कही, तो पाकिस्तान भी भारत को अच्छा सबक सिखाने में सक्षम है. उन्होंने कहा कि अगर भारत ने ऐसा किया तो, पाकिस्तान करारा जवाब देगा. उन्होंने कहा कि पाकिस्तान क्षेत्रीय शांति को खराब नहीं करना चाहता.
इनपुट: IANS