पूर्व राष्ट्रपति और पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी (पीपीपी) के सह-अध्यक्ष आसिफ अली जरदारी ने शनिवार को लाहौर में पाकिस्तान के प्रधानमंत्री नवाज शरीफ से मुलाकात की.
एक वेबसाइट के मुताबिक, पूर्व राष्ट्रपति एक हेलीकाप्टर पर सवार होकर शरीफ के घर पहुंचे. शरीफ ने हैलीपैड पर खुद उनकी अगवानी की. दोनों नेता देश में उत्पन्न राजनीतिक संकट, खास तौर से पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) और पाकिस्तान अवामी तहरीक (पीएटी) के इस्लामाबाद में चल रहे प्रदर्शन से उत्पन्न स्थिति पर विचार-विमर्श कर सकते हैं.
शरीफ के निमंत्रण पर आए जरदारी के साथ पीपीपी के वरिष्ठ नेता राजा रब्बानी, ऐतजाज अहसान और खुर्शीद शाह भी हैं. खुर्शीद शाह नेशनल एसेंबली में विपक्ष के नेता भी हैं. प्रधानमंत्री के साथ योजना, विकास एवं सुधार मंत्री अहसान इकबाल, संघीय मंत्री साद रफीक और राज्यों व सीमांत क्षेत्र के मंत्री अब्दुल कादिर बलूच बैठक में मौजूद रहेंगे.
जरदारी से मिलने वाली पीएमएल-एन की टीम में पहले परवेज राशिद को रखा गया था, लेकिन अब उनकी जगह बलूच को शामिल किया गया है. प्रधानमंत्री ने जरदारी को शुक्रवार को मुलाकात के लिए बुलाया था. पीटीआई और सरकार के बीच शुक्रवार रात बातचीत बहाल हुई. सरकार की पीएटी के साथ वार्ता में कोई खास प्रगति नहीं हो पाई और यह किसी निश्चित बिंदु तक नहीं पहुंच सकी है.
शुक्रवार को संसद के निचले सदन नेशनल एसेंबली (एनए) में पीटीआई के सदस्यों ने विरोध स्वरूप अपना इस्तीफा संसद सचिवालय को सौंप दिया. पीटीआई के अध्यक्ष इमरान खान और पीएटी के प्रमुख ताहिर उल कादरी प्रधानमंत्री नवाज शरीफ से इस्तीफे की मांग करते हुए 15 अगस्त को मार्च शुरू किया और इस्लामाबाद पहुंच कर एक सप्ताह से वहां धरना दे रहे हैं. शनिवार को आठवें दिन भी दोनों नेताओं का धरना जारी है.
दोनों नेताओं ने पिछले चुनाव में धांधली का आरोप लगाते हुए शरीफ को मिले जनादेश को फर्जी कहा है और नेशनल एसेंबली सहित सभी प्रांतीय एसेंबलियों को भंग करने की मांग की है.