इराक की राजधानी बगदाद और उत्तरी मोसुल शहर में कार बम विस्फोटों सहित अन्य हमलों में बुधवार को 63 लोग मारे गए. अप्रैल में चुनाव के बाद इराक में हिंसा की यह सबसे बर्बर घटना है. सबसे भीषण विस्फोट शाम के वक्त हुए और इनमें दर्जनों लोग घायल हो गए.
इन हमलों से यह आशंका जताई जा रही है कि कहीं इराक फिर से सांप्रदायिक हिंसा की गिरफ्त में ना आ जाए. गौरतलब है कि 2006 और 2007 में सांप्रदायिक हिंसा में हजारों लोग मारे गए थे. देश में गठबंधन कर सरकार गठन की कोशिश के बीच ये हमले हुए हैं. शाम के वक्त इराक की राजधानी और मोसुल में कार बम विस्फोट हुए.
सुरक्षा एवं मेडिकल अधिकारियों ने बताया कि बुधवार के सबसे भीषण हमले के तहत एक कार आत्मघाती हमलावर ने बगदाद के उत्तर में स्थित मुख्य शिया इलाके कदीमीया में विस्फोट कर दिया, जिसमें कम से कम 16 लोग मारे गए और 50 अन्य घायल हो गए.
देश के सबसे अधिक हिंसक इलाके में शामिल मोसुल में आत्मघाती हमलावरों ने दोहरा कार बम विस्फोट किया जिसमें 21 लोग मारे गए, इनमें 14 सैनिक और पुलिकसर्मी शामिल हैं. तीन अन्य कार बम विस्फोट अमीन, सद्र सिटी और जिहाद जिलों में हुए जिनमें आठ लोग मारे गए.
अधिकारियों ने बताया कि राजधानी में और इसके आसपास के इलाकों में गोलीबारी तथा बम विस्फोटों में तीन लोग मारे गए. बहरहाल किसी भी संगठन ने इन हमलों की जिम्मेदारी नहीं ली है.
इस बीच, उत्तरी इराक में 11 बम विस्फोट हुए. इनमें पांच लोगों की मौत हो गई और 11 घायल हो गए. उत्तरी प्रांत किरकुक और नीनवेह में तीन और लोग मारे गए. पश्चिमी बगदाद के फलुजा शहर में चरमपंथियों की गोलीबारी में तीन लोग मारे गए.